Chitrakoot News: तपोभूमि से जन्मभूमि के पथ को कॉरिडोर के तौर पर विकसित कर रही सरकार, 2025 के पहले पूरा करने की तैयारी

Chitrakoot News: यह कॉरिडोर राम वनगमन पथ पर बनेगा अयोध्या से चित्रकूट तक पहले इसकी लंबाई 177 किलोमीटर थी, जो अब बढ़ाकर 210 किमी कर दी गई है।

Update: 2022-08-29 06:22 GMT

यूपीसीएलडीएफ चेयरमैन वीरेन्द्र तिवारी (photo: social media ) 

Chitrakoot News: दो दिवसीय दौरे पर आए दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री यूपीसीएलडीएफ चेयरमैन वीरेन्द्र तिवारी ने रविवार को कहा कि भगवान राम की जन्मस्थली धर्मनगरी चित्रकूट से उनकी जन्म स्थली अयोध्या नगरी तक के पथ को राम वन गमन मार्ग को कॉरिडोर के तौर पर विकसित करने का काम केन्द्र व प्रदेश सरकार कर रही है। जन्मस्थली अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण तेजी से चल रहा है। इसी तरह शिव की नगरी काशी में काशी कॉरिडोर का ऐतिहासिक कार्य हुआ है।

यह कॉरिडोर राम वनगमन पथ पर बनेगा अयोध्या से चित्रकूट तक पहले इसकी लंबाई 177 किलोमीटर थी, जो अब बढ़ाकर 210 किमी कर दी गई है। इसमें लगभग 250 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च होंगे। महाकुंभ 2025 के पहले योगी सरकार की इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की तैयारी है।

सूत्रों का कहना है कि रूट अब फाइनल हो चुका है। पथ पर तमाम नदी और नाले हैं, जिनके घुमावदार होने पर दूरी बढ़ गई है। इसके अलावा दो बाईपास और दो रिंग रोड का निर्माण भी होना है। वहीं, चित्रकूट में कामतानाथ पर्वत के पास भी कुछ दूरी बढ़ाई गई है। पहले इसका एस्टीमेट लगभग 3300 करोड़ रुपये था जो बढ़कर 4300 करोड़ हुआ था। अब इस पर 4550 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।

भगवान के दर्शन कर वीरेन्द्र तिवारी ने परिक्रमा लगाई 

रविवार को शाम भगवान कामदनाथ के दर्शन कर चेयरमैन वीरेन्द्र तिवारी ने परिक्रमा भी लगाई। वह मुख्यालय स्थित पीडब्लूडी गेस्ट हाउस में कार्यकर्ताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मन की बात कार्यक्रम में भी शामिल हुए। कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा का विकास किया गया है। हिंदू आस्था के केंद्रों, मठ, मंदिरों, धार्मिक स्थलों को पर्यटन के रूप में विकसित कर धर्म, संस्कृति को स्थापित करने का काम प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री कर रहे है।

तिवारी ने कहा कि भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव में प्रदेश में 75 प्लस के संकल्प को पूरा करेगी। भाजपा में ही संभव है कि एक आदिवासी महिला राष्ट्रपति, चाय बेचने वाला प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री एवं बूथ अध्यक्ष से लेकर प्रदेश अध्यक्ष, राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बन सकता है। जबकि सपा, बसपा, कांग्रेस में परिवारवाद, जातिवाद, भाई-भतीजावाद के कारण केवल परिवार का ही व्यक्ति इन पदों पर आसीन हो सकता है।

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