Chitrakoot: चार दिन बाद फिर यमुना का बढ़ने लगा जलस्तर, गांवों का आवागमन ठप, प्रशासन सतर्क

Chitrakoot News: बेतवा व केन का पानी पहुंचने से 4 दिन बाद यमुना का लगातार दूसरी बार जलस्तर बढ़ा है। यमुना का जलस्तर बढ़ता देख प्रशासन ने सतर्कता बढ़ाई है।

Update: 2022-08-23 17:35 GMT

यमुना का बढ़ने लगा जलस्तर। 

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Chitrakoot News: एमपी में जोरदार बारिश के बाद उफान में आई बेतवा (Betwa River) व केन (Ken River) का पानी पहुंचने से यमुना (Yamuna River) का जलस्तर फिर से बढ़ने लगा है। यमुना लगातार नौ सेमी हर घंटे की गति से बढ़ रही है। 4 दिन बाद यमुना का लगातार दूसरी बार जलस्तर बढ़ा है। यमुना का जलस्तर बढ़ता देख प्रशासन ने सतर्कता बढ़ाई है।

7 सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा यमुना का जलस्तर

फलस्वरुप तटीय गांवों में फिर बेचैनी बढ़ गई है। क्योंकि 7 सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। चार दिन पूर्व यमुना का जलस्तर धीरे-धीरे खिसकने लगा था, जिससे यमुना और मंदाकिनी की तलहटी पर बसे गांवों के लोगों ने राहत की सांस ली थी। लेकिन सोमवार की रात से केन व बेतवा नदी के उफनाने से फिर यमुना का जलस्तर तेजी के साथ बढ़ने लगा।

शाम पांच बजे यमुना का जलस्तर पहुंचा 88 मीटर तक

केंद्रीय जल आयोग (Central Water Commission.) के रमेशचंद्र ने बताया कि प्रति घंटे छह से सात सेमी की रफ्तार से यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। शाम पांच बजे यमुना का जलस्तर 88 मीटर तक पहुंच गया। यह खतरे के निशान से पांच मीटर नीचे है।


प्रशासन ने तटवर्ती इलाके के गांवों में बढ़ाई सतर्कता

राजापुर इलाके (Rajapur Area) में अभी यमुना का जलस्तर बढ़ने से कहीं दिक्कतें नहीं आई है। फिर भी प्रशासन ने तटवर्ती इलाके के गांवों में सतर्कता बढ़ा दी है। एसडीएम प्रमोद झा (SDM Pramod Jha) का कहना है कि बाढ़ चौकियों पर पहले से ही कर्मचारियों की तैनाती है। इनको सख्त निर्देश दिए गए है कि वह हर पल नजर रखें। कहीं पर अगर कोई समस्या आए तो तत्काल अवगत कराया जाए। अभी यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से पांच मीटर नीचे है।

यमुना का जलस्तर बढ़ने से कई गांवों का आवागमन हुआ ठप

चित्रकूट के मऊ छेत्र में पिछले सप्ताह यमुना का जलस्तर बढ़ने की वजह से नालों के जरिए इलाके के कई मार्गों में रपटों के ऊपर पानी बहने लगा था। लेकिन तीन दिन बाद जब जलस्तर कम हुआ तो लोगों को उम्मीदें थी कि जल्द ही आवागमन शुरु हो जाएगा। अब एक बार फिर से यमुना का जलस्तर बढ़ने से रपटों के ऊपर पानी बढ़ गया है। फलस्वरूप लोगों को नाव के जरिए आवागमन करना पड़ रहा है।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों में दहशत

बेतवा व केन नदी में बांध का पानी छोड़े जाने से बाढ़ का पानी आने से यमुना नदी दुबारा अपने रौद्र रूप में आने लगी है, जिसके कारण बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों में दहशत बढ़ गई है। मऊ-मवईकला संपर्क मार्ग के नाले के ऊपर बनी सड़क पर पानी कमर के ऊपर पहुंच गया है, जिससे मऊ से बर्दवान संपर्क मार्ग एवं बरहा-कोटरा बरवार गुरहट्टा की सड़कों में लबालब पानी भरा है।

इन गांवों के लोगों का आवागमन ठप

इसके कारण पाली, परदवां, घुरेहटा समेत अन्य गांव के लोगों का आवागमन ठप हो गया है। ग्रामीणों को दोबारा नाव का सहारा लेना पड़ रहा है।

यमुना का जलस्तर बढ़ने से स्कूली बच्चों व मरीजों को दिक्कत

मवईकलां के इंद्रेश त्रिपाठी ने बताया कि दोबारा यमुना का जलस्तर बढ़ने से स्कूली बच्चों व मरीजों को आवागमन मे दिक्कत होगी। अगर जलस्तर और अधिक बढ़ा तो खेतों में पानी भरने पर फसलों को भी नुकसान होगा। एसडीएम नवदीप शुक्ला व तहसीलदार शशीकांत मणि ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों मे पहुंचकर लोगों को सचेत करते हुए आवागमन के दौरान सावधानी बरतने की हिदायत दी है।

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