Chitrakoot News: डीएम-एसपी ने रेलवे स्टेशन में व्यवस्थाओं का जायजा लिया, श्रद्धालुओं गंतव्य तक पहुंचने में मदद करने को कहा
Chitrakoot News: प्रयागराज महाकुंभ में अत्यधिक भीड़ और भगदड़ के चलते जिले की सीमाएं सील होने से विभिन्न स्थानों पर फंसे अधिकांश श्रद्धालु मौनी अमावस्या पर धार्मिक नगरी चित्रकूट नहीं पहुंच सके।;
Chitrakoot News: प्रयागराज महाकुंभ में अत्यधिक भीड़ और भगदड़ के चलते जिले की सीमाएं सील होने से विभिन्न स्थानों पर फंसे अधिकांश श्रद्धालु मौनी अमावस्या पर धार्मिक नगरी चित्रकूट नहीं पहुंच सके। अधिकांश ट्रेनें भी जहां थीं वहीं रोक दी गईं। रात में ट्रेनें कर्वी रेलवे स्टेशन पहुंचीं तो श्रद्धालुओं को धार्मिक नगरी पहुंचने के लिए वाहन नहीं मिले। अंत में श्रद्धालुओं ने पैदल ही मंदाकिनी में डुबकी लगाई।
श्रद्धालु लगातार धार्मिक नगरी में पहुंच रहे
धार्मिक नगरी में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। पिछले चार दिनों से कई राज्यों से आने वाले श्रद्धालु लगातार धार्मिक नगरी में पहुंच रहे हैं। एक दिन पहले बुधवार को मौनी अमावस्या पर प्रशासन ने सुबह तीन बजे से ही जिले की सीमाएं सील कर दी थीं और वाहनों का आवागमन बंद कर दिया था। जिसके चलते मौनी अमावस्या पर आने वाले अधिकांश श्रद्धालु जहां थे वहीं फंस गए। कई श्रद्धालु नजदीक आ गए थे, तभी वह चित्रकूट पहुंच सके। लेकिन जगह-जगह स्टेशनों पर ट्रेनें खड़ी होने के कारण श्रद्धालु फंसे रहे। प्रयागराज में भीड़ कम होती देख ट्रेनों को धीरे-धीरे आगे बढ़ाया गया। आखिरकार बुधवार की रात अधिकांश पैसेंजर ट्रेनें कर्वी रेलवे स्टेशन पर पहुंच गईं।
डीएम व एसपी ने रेलवे स्टेशन का दौरा किया
नतीजतन श्रद्धालु यहां से चित्रकूट तक करीब 12 किलोमीटर पैदल सफर कर रामघाट पहुंचे और मंदाकिनी में स्नान किया। इसके बाद कामदनाथ के दर्शन कर परिक्रमा की। गुरुवार को भी श्रद्धालुओं के जत्थे पैदल ही चित्रकूट की ओर जाते रहे। प्रशासन ने बेड़ीपुलिया से वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। जिससे श्रद्धालुओं को यहां से करीब पांच किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए डीएम शिवशरणप्पा जीएन व एसपी अरुण कुमार सिंह ने एडीएम उमेशचंद्र निगम के साथ रात में ही रेलवे स्टेशन कर्वी का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। रेलवे स्टेशन पर बैठे श्रद्धालुओं को सावधानी पूर्वक ट्रेन में चढ़ने व यात्रा करने की हिदायत दी। अधिकारियों ने चित्रकूट पहुंचकर व्यवस्थाएं भी देखीं। भारतीकूप, रामघाट, बरगढ़ के अलावा धार्मिक स्थलों का अधिकारी लगातार दौरा करते रहे।