...और जब लखनऊ नगर निगम के पार्षद और ठेकेदार में ही शुरू हुआ जूतम-पैजार

Update: 2018-01-25 11:23 GMT
...और जब लखनऊ नगर निगम के पार्षद और ठेकेदार में हुआ जूतम-पैजार

लखनऊ: सरकार बदल गई, सत्ता बदल गई, लेकिन भ्रष्ट कर्मचारियों के काम करने का तरीका नहीं बदला। इसका नजारा तब दिखा, जब लखनऊ जोन-6 में अभियंत्रण विभाग के ठेकेदार और स्थानीय पार्षद के बीच जूतम-पैजार की नौबत आ गई। बात बढ़ता देख अधिकारियों ने दोनों को शांत कराया लेकिन एक-दूसरे को देख लेने की धमकी तब तक जारी रही, जब तब दोनों वहां से चले नहीं गए। इस दौरान करीब दो घंटे तक कार्यालय में जमकर बवाल होता रहा।

जानें क्या है मामला?

भवानीगंज के बीजेपी पार्षद संतोष कुमार ने बताया, कि उनके वार्ड में नियमों को ताक पर रख गलत काम हो रहा है। बिना पत्रावली और टेंडर प्रक्रिया के ठेकेदारों को भुगतान किया जा रहा है। जब वे इसकी शिकायत करने पहुंचे, तो दर्जन भर ठेकेदारों ने उन्हें घेर लिया। हद तो तब हो गई जब नगर निगम कार्यालय में ही गाली-गलौज शुरू हो गया। इस दौरान नगर निगम के अधिकारी चुपचाप तमाशा देखते रहे। वहीं, ठेकेदारों ने आरोप लगाया कि पार्षद उनसे कमीशन लेने के लिए दबाव बना रहे थे, जिसका विरोध करने पर उन्होंने अभद्र व्यवहार करना शुरू कर दिया। मामला बिगड़ता गया और नौबत मारपीट तक पहुंच गई।

क्या बोले अधिकारी?

जोन- 6 अभियंत्रण विभाग के नगर अभियंता सैय्यद फरीद अहमद जैदी ने इस मामले से पल्ला झड़ते हुए कहा, कि 'ठेकेदार और पार्षद के बीच मामूली विवाद हुआ था। उसे सुलझा लिया गया है।' भ्रष्टाचार के आरोपों पर जैदी ने कहा, 'सभी काम नियम और तय प्रक्रिया के अनुसार ही हो रहे हैं।'

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