Barabanki News: सड़क पर क्लास लगाकर हुई पढ़ाई, बच्चों ने खड़े होकर खाया मिड-डे मील, ये थी वजह
Barabanki News: बाराबंकी जिले में मानसून की बारिश ने सरकारी स्कूलों में कायाकल्प के दावों की पोल खोलकर रख दी है। जिले के एक सरकारी स्कूल के कैंपस में बारिश का पानी लबालब भर गया है।
Barabanki News: बाराबंकी जिले में मानसून की बारिश ने सरकारी स्कूलों में कायाकल्प के दावों की पोल खोलकर रख दी है। जिले के एक सरकारी स्कूल के कैंपस में बारिश का पानी लबालब भर गया है। आलम यह है कि बच्चे और शिक्षक स्कूल के अंदर नहीं जा पा रहे। स्कूल के अंदर ही बना आंगनबाड़ी केंद्र भी पानी से घिरा है। जिसके चलते शिक्षक गांव के रास्ते पर ही बच्चों को बिठाकर क्लास लगा रहे हैं।
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स्कूलों के कायाकल्प के दावों की हकीकत आई सामने
बारिश में स्कूल के जलमग्न हो जाने की वजह से बच्चों को मिड-डे मील का खाना भी सड़क पर ही खिलाया गया। शिक्षकों का स्कूल के बाहर सड़क पर बिठाकर बच्चों की क्लास लगाने का वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वैसे तो जिले में सरकारी स्कूलों के कायाकल्प होने के बड़े-बड़े दावे किये जा रहे हैं। लेकिन जमीनी स्तर पर कई स्कूलों की हालत कुछ अलग ही नजर आ रही है। जिसका ताजा उदाहरण बाराबंकी जिले में विकासखंड रामनगर के प्राथमिक विद्यालय नथनापुर के रूप में सामने आया है।
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अक्सर दिख जाते हैं स्कूल में सांप
इस स्कूल में भारी बारिश के चलते पूरा विद्यालय परिसर जलमग्न हो गया है। पानी भरने से स्कूल में अक्सर सांप और दूसरे विषैले जीव-जंतु भी निकल आते हैं। जिसके चलते स्कूल के छात्र-छात्राओं को बाहर सड़क पर बैठकर पढ़ाई करनी पड़ रही है। वहीं विद्यालय के शिक्षक कोई दूसरी विकल्प न होने के चलते सड़क पर ही बच्चों की क्लास लगाने को मजबूर हैं। यहां तक कि बच्चे सड़क पर ही खड़े-खड़े मिड-डे मील खाने को भी मजबूर हैं। इसका भी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
प्रिंसिपल ने कहा- खतरा नहीं उठा सकते
विद्यालय की प्रधानाचार्य ने बताया कि हर बारिश में स्कूल का ऐसा ही हाल हो जाता है। जलभराव के चलते हम लोगों को बच्चों को पढ़ाने में काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। जलभराव में अक्सर सांप भी निकल आते हैं। जिससे बच्चों और हम शिक्षकों को खतरा भी रहता है। ऐसे में हम सभी शिक्षक मजबूरन सड़क पर क्लास लगाकर बच्चों को पढ़ाते हैं। उन्होंने बताया कि बीईओ रामनगर, गांव के प्रधान औऱ सेक्रेटरी को विद्यालय में जलभराव की समस्या के बारे में बताया गया है।