अब जड़ से खत्म होगी महामारी, यूपी के हर जिलें में कोरोना जांच लैब बनाने की तैयारी

मुख्यमंत्री ने कोविड-19 के खिलाफ किए जा रहे प्रयासों में मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को सहयोग प्रदान करने के लिए हर जिलें में स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक अथवा संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारी को नामित करने के निर्देश दिए हैं।

Update:2020-05-22 00:36 IST

मनीष श्रीवास्तव

लखनऊ। प्रवासी मजदूरों की यूपी में वापसी के साथ बढ़ रहे कोरोना संक्रिमतों के आकंड़ों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के हर जिलें में कोरोना की जांच लैब स्थापित करने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री ने प्रतिदिन 10 हजार टेस्ट करने का निर्देश देते हुए कहा है कि हर जिलें में टेस्टिंग लैब की स्थापना को समयबद्ध ढंग से पूरा किया जाए, जिससे टेस्टिंग क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि की जा सके।

मुख्यमंत्री ने दिया तीन दिन में कोरोना बेड़ों की संख्या एक लाख करने का निर्देश

इसके साथ ही आगामी एक-दो दिन में चिकित्सीय परीक्षण को तेज करने के लिए नई मशीनें भी लगाई जायेंगी तथा हर जिलें में 500-500 इन्फ्रारेट यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने गुरुवार को मीडिया को बताया कि मुख्यमंत्री ने एल-1, एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों में कुल 78,033 बेड की व्यवस्था हो जाने पर संतोष व्यक्त करते हुए अगले तीन दिनों में इसे बढ़ाकर एक लाख किए जाने के निर्देश दिए हैं।

हर जिलें में अपर निदेशक अधिकारी नामित करने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने कोविड-19 के खिलाफ किए जा रहे प्रयासों में मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को सहयोग प्रदान करने के लिए हर जिलें में स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक अथवा संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारी को नामित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जनपदवार तैनात किए जाने वाले इन अधिकारियों की सूची मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराई जाए।

ये भी पढ़ेंः श्रमिकों को मिलेगा रोजगार: सभी विभाग बना रहे प्लान, आर्थिक पैकेज इस्तेमाल ऐसे

चिकित्सीय परीक्षण तेज करने के लिए यूपी मेें लगेंगी नई मशीने: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने कोविड चिकित्सालयों में व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त रखने के निर्देश देते हुए कहा कि स्वच्छता सम्बन्धी कार्यों में कोई शिथिलता न बरती जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि चिकित्सक नियमित तौर पर राउण्ड लें। नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ चिकित्सालयों में निरन्तर उपलब्ध रहें। पैरामेडिक्स चिकित्सा उपकरणों के क्रियाशील होने की नियमित जांच करते रहें।

पीपीई किट, एन-95 मास्क समेत थर्मामीटर की पर्याप्त उपलब्धता

उन्होंने सभी जिलों में पीपीई किट, एन-95 मास्क, थ्री लेयर मास्क, सेनिटाइजर, दवाई, पल्स आॅक्सीमीटर, अल्ट्रारेड थर्मामीटर आदि की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं।

ये भी पढ़ेंः खुशखबरी: भारत की इस कंपनी ने शुरू किया कोरोना वैक्सीन का उत्पादन

तकनीकी कर्मियों को प्रशिक्षित करके नामित करने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने समस्त जनपदों में वेंटीलेटरों के सुचारू संचालन के लिए एनेस्थेसीओलाॅजिस्ट व तकनीकी कर्मियों को प्रशिक्षित करते हुए नामित करने के निर्देश दिए और कहा कि सभी वेंटीलेटरों को क्रियाशील रखा जाए तथा इनको संचालित करने वाले डाॅक्टरों व टेक्निशियनों की सूची मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध करायी जाए।

मरीजों को भोजन एवं शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाए

सीएम ने निर्देश दिए हैं कि अस्पतालों में भर्ती मरीजों को सुपाच्य भोजन एवं शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाए। मरीजों से संवाद के लिए एक सिस्टम विकसित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार में मेडिकल इन्फेक्शन एक महत्वपूर्ण कारक है। चिकित्सा कर्मियों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए उनका गहन प्रशिक्षण आवश्यक है।

ये भी पढ़ेंः रेल यात्रियों पर बड़ी खबर: कल से यहां से भी बुक करा सकेंगे टिकट

चिकित्सा कर्मियों के प्रशिक्षण के लिए ‘चिकित्सा सेतु’ ऐप का हो उपयोग

चिकित्सा कर्मियों का प्रशिक्षण कार्य निरन्तर जारी रखा जाए। इस कार्य में चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा लाॅन्च किये गये मोबाइल एप ‘चिकित्सा सेतु’ का भी उपयोग किया जाए। इस एप में कोविड-19 से बचाव, पीपीई किट तथा एन-95 मास्क के प्रयोग, संक्रमित मरीजों को शिफ्ट करने आदि के सम्बन्ध में उपयोगी जानकारी दी गयी है। उन्होंने कहा है कि मण्डलायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक एवं मुख्य चिकित्साधिकारी बेहतर पारस्परिक समन्वय के साथ टीम भावना से कार्य करें। यह समस्त अधिकारीगण प्रतिदिन बैठक करते हुए आगे की रणनीति तय करें।

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News