Corona 2023 News: फिर आफत बन रहा अप्रैल का महीना, शहर के कोरोना ग्राफ में हुआ इजाफा, लोग लगाने लगे मास्क
Corona 2023 News: शहर के लोग कोरोनाकाल में श्मशान घाट की भयावह तस्वीर और रोजगार में हुए नुकसान को अभी तक नहीं भुला पाए हैं। लिहाजा लोगों में जागरूकता दिख रही है, अधिकतर लोग सार्वजनिक जगह मास्क लगाए हुए नजर आ रहे हैं।
Prayagraj News: दो साल के बाद एक बार फिर अप्रैल का महीना लोगों को डराने लगा है। मार्च के आखिरी सप्ताह से कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। देश के साथ-साथ प्रदेश में भी करोना के आंकड़ों में इजाफा देखने को मिल रहा है। सरकार ने भी लोगों से अपील की है कि कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को लेकर लोग जागरूक हों और सतर्क रहें।
24 घंटों में 4 नए मरीज
संगम नगरी प्रयाग राज की बात करें तो जिले में कोरोना के मामले रोजाना बढ़ रहे हैं। बीते 24 घंटों में 4 नए मरीज सामने आए हैं। ऐसे में प्रयागराज के लोग सहमे हुए नजर आ रहे हैं। क्योंकि 2020 और 21 में अप्रैल और मई का ही वह महीना था, जब श्मशान घाट पर लाशों का अंबार देखने को मिला था। प्रयागराज के कई इलाकों में लोग जागरूक नजर आ रहे हैं। अप्रैल महीने की शुरुआत से ही लोग भीड़-भाड़ इलाकों में मास्क लगाए हुए नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन कि सभी डोज नहीं लगाई है, वह भी अब जागरूक नजर आ रहे हैं और वैक्सीन लगाने पहुंच रहे हैं। 2 साल पहले जिस तरीके से कोरोना महामारी ने लोगों के जीवन को प्रभावित किया था, उसी को याद करते हुए लोग एक बार फिर सहम गए हैं। व्यापारी शशि कांत तिवारी का कहना है कि दो साल पहले का मंजर वह अभी तक भूले नहीं हैं। ऐसे में जैसे ही यह सूचना मिली कि कोरोना संक्रमण एक बार फिर फिर बढ़ने लगा है, तो वह कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए नजर आ रहे हैं।
पेशे से बुक स्टॉल के मालिक शशि कांत तिवारी का यह भी मानना है कि लोगों की लापरवाही से ही कोरोना लौट सकता है। ऐसे में लोग लापरवाही बिल्कुल ना करें क्योंकि 2 साल पहले भी अप्रैल का ही वह महीना था, जब कोरोना ने पूरे देश और विश्व में तबाही मचाई थी। उधर, स्थानीय निवासी रंजीत का कहना है कि जब भी वह सार्वजनिक जगहों पर निकलते हैं। जहां पर भारी भीड़ रहती है वहां पर वह कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि अधिकतर लोगों ने कोरोना वैक्सीन लगवाई हुई है लेकिन फिर भी लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।