साहब को देने के लिए टीचर से की पांच सौ रुपए की डिमांड, ऑडियो वायरल
सरकारी कार्यालय यानी रिश्वतखोरी का अड्डा गलत नहीं कहा गया है। हां, इसका अंदाजा तब होता है जब किसी कारण बस सरकारी आफिस जाना हो जाए।
चंदौली। सरकारी कार्यालय यानी रिश्वतखोरी का अड्डा गलत नहीं कहा गया है। हां, इसका अंदाजा तब होता है जब किसी कारण बस सरकारी आफिस जाना हो जाए। चंद्रौली जनपद के साहबगंज ब्लॉक के एबीएसए के खास अध्यापक का एक आडियो वायरल हो रहा है, जो शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार की पोल खोलने के लिए काफी है। इस आडियो में एबीएसए का खास अध्यापक साथी अध्यापकों से वेतन लगवाने के नाम पर 500 रुपए सुविधा शुल्क की मांग कर रहा है।
अध्यापक की तरफ से सुविधा शुल्क न देने की बात पर वह यह कहता सुना जा रहा है कि साहब को देना पड़ता है। सभी लोग दे रहे हैं तो आपको भी देना पड़ेगा। वरना उनको लगेगा कि मैंने आप से लेकर उन्हें दिया ही नहीं। लेकिन जिस आध्यापक के पास उन्होंने फोन लगाया है, उसने किसी भी तरह की रिश्वत देने से साफ मना कर दिया। वह कह रहा है कि इतनी मेहनत करके वह यहां तक पहहुंचा है। ऐसे में किस बात के लिए वह पांच सौ रुपए किसी को दे।
वह साफ कहते हुए सुना जा रहा है कि फालतू किसी को रिश्वत देने के लिए उसके पास पैसे नहीं है। इसपर एबीएसए का खास बोल रहा है कि यहां स्कूल के बिल्डिंग निर्माण कार्य के लिए आए धन में रिश्वत देनी पड़ती है। हम लोग बिल्डिंग बनवाते हैं और कमीशन के तौर पर 10 प्रतिशत देते भी हैं। रिश्वत देना अच्छी बात नहीं है, लेकिन मना करके फंसने कौन जाए।
फिलहाल इस संबंध में बात करने पर प्रभारी बेसिक शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि बेसिक शिक्षा अधिकारी छुट्टी पर हैं। उनके आने पर आडियो की सत्यता की जांच कराई जाएगी। दोषी मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।