कोर्ट ने पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा को मनी लांड्रिग केस में किया तलब
कोर्ट ने यूपी के पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा को मनी लांड्रिग केस में तलब किया है। सत्र न्यायाधीश सुरेंद्र कुमार यादव ने मनी लांड्रिग के केस में बाबू सिंह कुशवाहा समेत 22 अभियुक्तों के खिलाफ दायर आरोप पत्र पर मंगलवार को संज्ञान लेते हुए सभी अभियुक्तों को समन जारी किया है।
लखनऊ: कोर्ट ने यूपी के पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा को मनी लांड्रिग केस में तलब किया है। सत्र न्यायाधीश सुरेंद्र कुमार यादव ने मनी लांड्रिग के केस में बाबू सिंह कुशवाहा समेत 22 अभियुक्तों के खिलाफ दायर आरोप पत्र पर मंगलवार को संज्ञान लेते हुए सभी अभियुक्तों को समन जारी किया है। इस केस में सुनवाई के लिए 5 फरवरी को कोर्ट में तलब किया है।
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प्रवर्तन निदेशालय के विशेष वकील कुलदीप श्रीवास्तव के मुताबिक मनी लांड्रिंग का यह मामला सूबे की 174 सरकारी अस्पतालों के अपग्रेडेशन के लिए पैकफेड से जारी धनराशि में करोड़ों के घोटाले से जुड़ा है। वर्ष 2010-11 के इस मामले में पैकफेड को प्रत्येक सरकारी अस्पताल के अपग्रेडेशन के लिए एक-एक करोड़ की धनराशि एनआरएचएम फंड से आवंटित की गई थी। इस दौरान बाबु सिंह कुशवाहा परिवार कल्याण विभाग के कैबिनेट मंत्री हुआ करते थे।
निदेशालय ने अभियुक्त कुशवाहा के अलावा नाथूराम कुशवाहा व गया प्रसाद कुशवाहा के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। इसके साथ ही लखनऊ की कम्पनी मेसर्स ब्लूम्स रियलटर्स एंड हास्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स विन्ध्य शक्ति सीमेंट प्राइवेट लिमिटेड, भगवत प्रसाद एजुकेंशनल एंड वेलफेयर्स ट्रस्ट व तथागत शिक्षा समिति जबकि नोएडा की कम्पनी मेसर्स डिगी इंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड व इस कम्पनी के निदेशक सौरभ जैन तथा उसकी पत्नी रजनी जैन, कानपुर की कम्पनी मेसर्स एक्सिस इंस्टीट्यूट आॅफ लर्निंग प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स सांघवी डिस्ट्रीब्यूटर्स प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स क्वाद फैशन प्राइवेट लिमिटेड, एक्सिस एजुकेशन सोसाइटी, अमरोहा की कम्पनी मेसर्स सीएनसी मेटल फार्मिंग प्राइवेट लिमिटेड व इस कम्पनी के निदेशक सुनीत सिंघल, मुंबई की कम्पनी मेसर्स दर्पण मर्केन्टाइल प्राइवेट लिमिटेड तथा सोनीपत की कम्पनी मेसर्स सर्जिकान मेडिक्यूप प्राइवेट लिमिटेड व इसके निदेशक नरेश ग्रोवर, नई दिल्ली की कम्पनी मेसर्स अनुजय एक्सिम प्राइवेट लिमिटेड, अलीगढ़ के केके जैन एजूकेशनल ट्रस्ट तथा देवरिया की एक कम्पनी मेसर्स श्याम गंगा बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ भी आरोप पत्र दाखिल किया था।
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निदेशालय ने आरोप पत्र में इन सभी को मनी लांड्रिग एक्ट की धारा 3/4 का आरोपी बनाया था। निदेशालय ने इस मामले में बाबु सिंह कुशवाहा की करीब 60 करोड़ की चल-अचल संपति जब्त की है। जबकि मेसर्स सर्जिकान मेडिक्यूप की 22 करोड़ व सौरभ जैन व उसकी एसोसिएट कम्पनी की करीब सात करोड़ 12 लाख की संपति जब्त की है।
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उल्लेखनीय है कि दो जनवरी, 2012 को हाईकोर्ट के आदेश से सीबीआई ने एनआरएचएम घोटाले के इस मामले में एफआईआर दर्ज कर अपनी जांच शुरु की थी। 14 अपैल, 2012 को ईडी ने भी करोड़ों के इस घोटाला मामले में मनी लांड्रिग एक्ट के तहत सूचना दर्ज कर जांच शुरु की। ईडी के विशेष वकील के मुताबिक 16 जुलाई, 2018 को विवेचना के बाद इन सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोप पत्र दाखिल किया गया।