सीनियर की प्रताड़ना से तंग आकर CRPF जवान ने कर ली खुद्कुशी, केस दर्ज
अपने सीनियर की प्रताड़ना और मानसिक शोषण से तंग आकर गंगा में छलांग लगाने वाले सीआरपीएफ के जवान अविनाश सिंह की सांसें सोमवार को थम गई. बीएचयू स्थित ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
वाराणसी: अपने सीनियर की प्रताड़ना और मानसिक शोषण से तंग आकर गंगा में छलांग लगाने वाले सीआरपीएफ के जवान अविनाश सिंह की सांसें सोमवार को थम गई. बीएचयू स्थित ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
घटना से गुस्साए जवान के परिजन पोस्टमार्टम हाउस के बाहर शव रखकर धरने पर बैठ गए और आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग करने लगे। काफी देर के बाद पुलिस ने सीआरपीएफ के दो जवानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया, तब कहीं जाकर परिजन माने।
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परिजनों ने सीनियर पर लगाया था आरोप
चंदौली जिले के साहूपुरी स्थित 148 बटालियन सीआरपीएफ में तैनात जवान अविनाश सिंह (30) ने मानसिक प्रताड़ना की वजह से 27 मई को वाराणसी में पुल से गंगा नदीं में कूदकर जान देने की कोशिश की थी।
उस दौरान पुल के नीचे मौजूद मल्लाहों ने जवान को छलांग लगाते देख लिया था और गंगा से बाहर निकाल कर पुलिस को सूचना दी। जवान के पिता शमशेर सिंह का आरोप है कि बटालियन के हवलदार मेजर की प्रताड़ना से तंग आकर उनके बेटे ने आत्मघाती कदम उठाया था। वहीं इन आरोपों को बटालियन के कमांडेंट ने खारिज किया था।
27 मई को पुलिस ने जवान को रामनगर के लालबहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गंभीर देखते हुए बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया।
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परिवार में पसरा मातम
साहूपुरी स्थित सीआरपीएफ की बटालियन में चौबेपुर थाना अंतर्गत चंबा गांव निवासी अविनाश कांस्टेबल पद पर तैनात था। अविनाश की पत्नी आरती और बेटा अमन गांव में रहते हैं।
अविनाश के पिता शमशेर बहादुर सिंह के अनुसार उनका बेटा हर शनिवार को घर आता था। सोमवार को अविनाश ड्यूटी पर गया और शाम के समय कैंप की ओर लौटते समय मालवीय पुल से गंगा में छलांग लगा दी था।
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