फिर सुलगा सहारनपुर: दलितों की पुलिस से भिड़ंत, जमकर हुआ पथराव, फायरिंग और आगजनी
सहारनपुर: थाना बड़गांव के शब्बीरपुर प्रकरण को लेकर मंगलवार (09 मई) को गांधी पार्क में बिना इजाजत सभा करने इकठ्ठा हुए दलितों की पुलिस से झड़प हो गई। गुस्साए दलितों ने थाना देहात कोतवाली हलालपुर में रोड जाम कर दिया। गाड़ियों में आगजनी और तोड़फोड़ की। राहगीरों के साथ मारपीट की भी गई।
उपद्रवियों ने पुलिस और मीडियाकर्मियों के करीब दो दर्जन वाहनों को आग के हवाले कर दिया। वहीं एक मीडियाकर्मी की जमकर पिटाई भी की । जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इतना ही नहीं उपद्रवियों ने एक प्राइवेट बस और पुलिस चौकी पर भी आग लगा दी।
क्या था मामला?
बीते पांच माई को गांव शब्बीरपुर में हुए जातीय संघर्ष के बाद भीम आर्मी की ओर से गांधी पार्क में एक सभा का आयोजन किया गया था। मंगलवार दोपहर करीब बारह बजे भीम आर्मी से जुड़े युवक गांधी पार्क में एकजुट होना शुरु हो गए। इसकी सूचना जब पुलिस को मिली तो मौके पर पहुंची पुलिस ने सभा को रुकवा दिया।
इस मामले में सभा में शामिल होने आए युवकों को हिरासत में लिया गया है, और उनके वाहनों को भी जब्त कर लिया गए हैं। युवकों को हिरासत में लेने की सूचना जब सभा के अन्य लोगों को मिली तो सभी गुस्से से आग बबूला हो गए।
पुलिस फोर्स पर पथराव
मल्हीपुर रोड स्थित गांव रामनगर के दलित जब गांव से बाहर निकल कर प्रर्दशन करने लगे तो कोतवाली सदर बाजार व अन्य थानों की पुलिस ने सभी को रोकने की कोशिश की। इससे गुस्साए दलितों ने पुलिस फोर्स पर पथराव करना शुरू कर दिया, और करीब दो घंटे तक गांव के बाहर खड़े होकर नारेबाजी करते रहे।
इस बवाल के बाद भीड़ ने पुलिस के साथ गाली-गलौज किया। बाद में बात फायरिंग और आगजनी तक पहुंच गई। इसके बाद सभा के लिए जुटी भीड़ को पुलिस ने दौड़ा-दौड़कर पीटा। कई जगहों पर पुलिस और दलित आमने-सामने हो गए।
दोनों तरफ से हुई फायरिंग
करीब डेढ़ बजे प्रशासन की ओर से अपर जिलाधिकारी एसके दुबे, नगर मजिस्ट्रेट हरिशंकर, एसपी सिटी संजय सिंह उपद्रवियों से बात करने की कोशिश लेकिन वह नहीं माने और पथराव करते रहे।
हालात इतने नाजुक हो गए कि पुलिस अधिकारियों और फोर्स को वापस भागना पड़ा। पुलिस फोर्स ने उपद्रवियों को रोकने के लिए हवाई फायरिंग की तो उपद्रवियों की ओर से भी कई राउंड फायरिंग होने लगी।
इसी मार्ग पर बने महाराणा प्रताप भवन को भी ध्वस्त कर दिया और पुलिस चौकी रामनगर में आग लगा दी। बाद में मौके पीएसी और आसपास के जिलों से फोर्स बुलाई। डीएम एनपी सिंह, एसएसपी सुभाष चंद्र दूबे और अन्य आलाअधिकारी मौके पर पहुंचे और दलितों से बातकर मामला शांत कराया।