मंदिर में विराजमान हुआ डकैत ददुआ, दर्शन-भंडारे को पहुंचे एक लाख लोग

Update:2016-02-14 12:54 IST

फतेहपुर: जिला मुख्यालय से 65 किलोमीटर दूर धाता के नरसिंहपुर कबरहा गांव में दस्यु सरगना ददुआ और उसकी पत्नी की मूर्ति मंदिर में लग गई है। कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव ने ऐन वक्त पर अपना प्रोग्राम कैंसिल कर लिया है। शिवहरेश्वर राम जानकी हनुमान मंदिर में चल रहे समारोह में बड़ी संख्या में लोग जुटे हैं। शनिवार को यूपी के दुग्ध विकास मंत्री राम मूर्ति वर्मा भी यहां आए थे। शिवहरेश्वर राम जानकी हनुमान मंदिर में ददुआ और उसके माता-पिता की मूर्ति भी लग चुकी है। जयपुर, राजस्थान से तीन करोड़ रुपए के मंहगे पत्थर मंगवाकर मंदिर में लगाए गए हैं।

-इस मूर्ति की स्थापना का विरोध शासन-प्रशासन से लगातार होता रहा।

-रविवार सुबह आज दस्यु ददुआ के परिजनों और उनके समर्थकों ने मंदिर बंदकर कर ददुआ और उसकी पत्नी सिया देवी की मूर्ति लगाई।

भंडारे में आए एक लाख लोग

-मंदिर में विशाल भंडारा का आयोजन किया गया है।

-इसमें यूपी और एमपी के 10 जनपदों से एक लाख से अधिक लोग आए हैं।

-मंदिर और आसपास दर्शनार्थियों का तांता लगा हुआ है।

सुरक्षा के लिए भारी भरकम इंतजाम

-शिवपाल सिंह यादव के अलावा प्रदेश सरकार के कई मंत्री, विधायक और सांसद के आने की संभावना सुरक्षा कड़ी की गई है।

-पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी के मुताबिक अपर पुलिस अधीक्षक राजकमल यादव के निगहबानी में चार क्षेत्राधिकारियों को लगाया गया है।

-एक दर्जन थानाध्यक्षों के साथ 30 दरोगा, 200 सिपाही तीन कंपनी पीएसी और 12 मोबाइल टीमों की तैनाती की गई है।

-यातायात व्यवस्था के लिये 15 ट्रैफिक जवान तैनात हैं।

एक साथ नौ लोगों को उतारा था मौत के घाट

-ददुआ डकैत का चंबल में करीब तीन दशक तक डंका बजा। 1978 में पिता की हत्या का बदला लेने के लिए उसने पहली हत्या की। इसके बाद चंबल के बीहड़ों में लूट, डकैती, हत्या और अपहरण जैसे अपराध करता रहा। 1986 में उसका नाम रामू का पुरवा में हुए 9 लोगों के नरसंहार में चर्चा में आया था। 2008 में पुलिस मुठभेड़ में साथियों सहित उसकी मौत हो गई थी।

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