शुक्रिया VK- रक्षाबंधन पर भी रोती रही बहन,लेकिन आंखों में अब उम्मीद की बूंदें
पिछले चार सालों से सऊदी अरब की जेल में बंद धर्मेंद्र कुमार की खबर को भारत के विदेश मंत्रालय और एम्बैसी ऑफ इंडिया, रियाद द्वारा संज्ञान में लिए जाने पर धर्मेंद्र कुमार के परिजनों ने विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह और newstrack.com को धन्यवाद कहा है। परिजनों ने आशा जताई है कि newstrack.com की खबर का संज्ञान लेकर सरकार ने जो प्रयास शुरू किए हैं उनके चलते उनका बेटा धर्मेंद्र जल्द ही सऊदी अरब की जेल से रिहा होकर उनके परिवार के बीच में होगा। अपने हांथों में मेंहदी लगाकर धर्मेंद्र कुमार की छोटी बहन शिवानी अपने भाई को याद कर जल्द से जल्द राखी बांधने की लालसा में रो रही है। अपने बेटे के इंतजार में धर्मेंद्र के परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है।
फतेहपुर: पिछले चार सालों से सऊदी अरब की जेल में बंद धर्मेंद्र कुमार की खबर को भारत के विदेश मंत्रालय और एम्बैसी ऑफ इंडिया, रियाद द्वारा संज्ञान में लिए जाने पर धर्मेंद्र कुमार के परिजनों ने विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह और newstrack.com को धन्यवाद कहा है। परिजनों ने आशा जताई है कि newstrack.com की खबर का संज्ञान लेकर सरकार ने जो प्रयास शुरू किए हैं उनके चलते उनका बेटा धर्मेंद्र जल्द ही सऊदी अरब की जेल से रिहा होकर उनके परिवार के बीच में होगा। अपने हांथों में मेंहदी लगाकर धर्मेंद्र कुमार की छोटी बहन शिवानी अपने भाई को याद कर जल्द से जल्द राखी बांधने की लालसा में रो रही है। अपने बेटे के इंतजार में धर्मेंद्र के परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है।
गौरतलब है कि एक बहन को उसके भाई से मिलाने की newstrack.com की मुहिम ऑपरेशन राखी का केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने बुधवार को संज्ञान लिया था। जनरल वीके सिंह ने ट्विटर के जरिए इस मामले में और जानकारी मांगी थी, जो उन्हें तत्काल मुहैया करा दी गई। जनरल वीके सिंह ने इस मामले की जानकारी एम्बैसी ऑफ इंडिया, रियाद को साझा करने को कहा था जिसके बाद एम्बैसी ऑफ इंडिया, रियाद ने भी newstrack.com से संपर्क किया और कहा कि वह इस मामले को देख रहे हैं।
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धर्मेंद्र का परिवार ने अपने बेटे की रिहाई के लिए केंद्रीय मंत्री से लेकर विदेश मंत्रालय तक गुहार लगा चुका है। लेकिन उसे अब भी न्याय का इंतजार है। newstrack.com ने बुधवार को इस खबर को प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद जनरल वीके सिंह ने इस मामले पर संज्ञान लिया है। अब विक्टिम फैमिली को उम्मीद है कि मौजूदा सरकार उनके बेटे को जल्द ही घर वापस ले कर आएगी।
क्या है मामला ?
-धर्मेंद्र कुमार पुत्र सिया राम फतेहपुर के थरियाव थाने के महोई गांव का रहने वाला है।
-धर्मेंद्र कुमार साल 2011 में सऊदी अरब नौकरी करने के लिए गया था।
-पर्रिजनों के अनुसार धर्मेंद्र वहां पाकिस्तानी ड्राइवर जावेद के साथ सह चालक के रूप में काम करने लगा।
-साल 2012 में पाकिस्तानी ड्राइवर जावेद से एक एक्सिडेंट हो गया, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी।
-जिसके बाद वहां की पुलिस ने जावेद को गिरफ्तार कर लॉकअप में डाल दिया।
-कुछ ही दिनों बाद गुनहगार जावेद को लॉकअप से बाहर निकलवा कर सह चालक धर्मेंद्र को सलाखों के पीछे डाल दिया गया।
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-धर्मेंद्र कुमार सऊदी अरब के रियाद शहर में वीजा नंबर-2338104686 पर साल 2011 में गया था
-धर्मेंद्र वहां मोहम्मद बिलशाह कंपनी में 02 फरवरी 2012 से काम करा रहा था
-इस कंपनी के मालिक अबू मोहम्मद उर्फ़ अबद मोहम्मद अलसाए निवासी हाजी जिया रियाद सऊदी अरब हैं
-इस कंपनी ने धर्मेंद्र कुमार को पाकिस्तानी ड्राइवर जावेद के सहायक के रूप में बिना इंटरनेशनल मोटर ड्राइविंग लाइसेंस बनवाए ही वाहन के साथ भेज दिया था।