VIDEO: यहां चलें तो रहें सचेत, हो सकता है सड़क के आतंकियों से सामना

Update: 2016-06-10 15:17 GMT

गोरखपुर: अगर आप गोरखपुर की सड़क पर चलते हैं तो आपको 'सड़क के आतंकियों' से बचकर चलना होगा। ये इतने खतरनाक हो सकते हैं कि आपकी जान तक जा सकती है। इनके आतंक के सबसे बड़े शिकार बाजार के दुकानदार हो रहे हैं। इन दुकानदारों को संभलने तक का मौका नहीं मिल पाता। और जब तक संभलते हैं तब तक उनका कीमती सामान बर्बाद हो चुका होता है। इन आतंकियों की वजह से सड़कों पर कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। लेकिन इस सबमें जो खतरनाक है वो है नगर निगम की चुप्पी। ये आतंकी हैं सड़कों पर बेखौफ घूमने वाला सांड, जो आए दिन सड़कों पर आतंक मचाते दिख जाता है।

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हजारों का सामान हो जाता है बर्बाद

गोरखपुर के पुरदिलपुर में 8 जून को दो सांड आपस में लड़ते हुए कुछ इस तरह बेकाबू हो गए कि एक सेनेटरी और टाइल्स की दुकान में जा घुसे। इस घटना में दुकान में बैठी दुकानदार नितिन अग्रवाल की मां बाल-बाल बचीं। उनके दुकान के शीशे और सेनेटरी से संबंधित समान क्षतिग्रस्त हो गए। जिसकी अनुमानित कीमत हजारों में आंकी जा रही है। ये इनके दुकान की कोई पहली घटना नहीं है इसके पहले भी ऐसी घटना इनके साथ घट चुकी है।

आंखें मूंदे है नगर निगम

लेकिन बड़ा सवाल ये है कि इन घटनाओं के बाद भी नगर निगम इस ओर क्यों आंखें मूंदे है। इससे पहले भी सांडों ने कई लोगों को घायल किया है, जिसमें दो लोगों की सालभर के भीतर मौत भी हो चुकी है।

निगम के दावों की खुली पोल

गौरतलब है कि नगर निगम आवारा पशुओं की धर-पकड़ में हर महीने मोटी रकम खर्च करती है। यह वीडियो नगर निगम के उन दावों की पोल खोलता है जिसमें उनके आंकड़ों के अनुसार हर महीने 100 से 150 सांडों को पकड़ा जाता है।

इस घटना ने नगर निगम की सच्चाई सामने लाकर रख दी है जिसे लेकर राहगीरों सहित व्यापारियों में भी खासा गुस्सा है।

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