Firozabad News: NDPS मामले में पुलिस ने बीएससी के छात्र को पकड़ा, परिजनों का आरोप झूठे मामले में फंसाया जा रहा
Firozabad News: एनडीपीएस मामले में पकड़े गए आरोपी को मेडिकल कराने के दौरान परिजन और पुलिस के बीच जमकर धक्का मुक्की और नोक झोंक हुई और आरोपी को छुड़ाने का प्रयास किया गया;
NDPS मामले में पुलिस ने बीएससी के छात्र को पकड़ा (Photo- Social Media)
Firozabad News: उत्तर प्रदेश के जनपद फ़िरोज़ाबाद में NDPS मामले में पकड़े गए आरोपी को मेडिकल कराने के दौरान परिजन और पुलिस के बीच जमकर धक्का मुक्की और नोक झोंक हुई और आरोपी को छुड़ाने का प्रयास किया गया, परिजनों का आरोप है पुलिस ने छात्र को झूठा फंसाया है।
पुलिस और परिजनों के बीच यह धक्का मुक्की जिला अस्पताल परिसर में हुई है। मंगलवार की दोपहर करीब साढ़े 12 बजे NDPS मामले में पकड़े गये आरोपी का मेडिकल कराने थाना दक्षिण पुलिस लेकर आयी थी। इसी दौरान परिजन भी आ गये। आरोपी को छुड़ाने के लिए परिजन पुलिस से भिड़ गए। करीब 10-15 मिनट तक पुलिस और परिजनों के बीच धक्का मुक्की और हॉट टाक हुई है। आरोपी के परिजनों का आरोप है बीएससी के छात्र को थाना दक्षिण पुलिस ने झूठा केस लगाकर फंसाया है।
परिजन पिंकी का कहना है कि छात्र कोचिंग पढ़कर आया था पुलिस ने पकड़ लिया है, कहीं इस थाने तो कहीं उस थाने ले जा रहें है परिजनों को मिलने नहीं दे रहें, खाना भी नहीं दिया है झूठे मामले में फंसा दिया है। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। पुलिस पर सवालिया निशान लगाया जा रहा है।
क्या होता है एनडीपीएस
दरअसल, एनडीपीएस दो हिस्सों में बंटा हुआ है एनडी और पीएस। एनडी का मतलब नार्कोटिक ड्रग। जबकि पीएस का मतलब साइकोट्रॉपिक सबस्टांस। एनडीपीएस को दो हिस्सों में इसलिए बांटा गया है क्योंकि एनडी और पीएस दो अलग-अलग तरह से काम करती है। एनडी यानी नार्कोटिक ड्रग सीधे दिमाग़ पर असर करती है। इंसान के सोचने समझने की ताक़त पर हमला करती है। और उसकी सेंसिटिविटी को ख़त्म कर देती है। नार्कोटिक ड्रग में जो ड्रग्स आते हैं, वो हैं कोका, गांजा, अफ़ीम, डोडा, चूरा वगैरह-वगैरह।
जबकि पीएस यानी साइकोट्रॉपिक सबस्टांस मसल्स पर असर करता है। पीएस के तहत वो ड्रग्स आती हैं, जिनमें केमिकल मिला होता है। जैसे एमडीएमए, एमडी, एक्सटैसी, एल्प्राज़ोलम वगैरह-वगैरह।