Firozabad News: ये भगवान बनाते हैं, एकता की अनूठी मिसाल, विदेशों तक है कांच के गणेश जी की मांग
Firozabad News: फिरोज़ाबाद के मुस्लिम हस्तशिल्पी गणेश चतुर्थी के अवसर पर काँच की गणेश मूर्तियों को बनाने में जुटे हुए हैं। वर्षों से चली आ रही इस परंपरा ने हिन्दू-मुस्लिम एकता की एक अनूठी मिसाल में रूप में देखा जाता है।
Firozabad News: फिरोजाबाद में कांच की नगरी के नाम से मशहूर फिरोजाबाद में मुस्लिम कारीगर अपनी कुशल कारीगरी से कांच की गणेश जी की मूर्ति बना रहे हैं।दरअसल कांच के गणेश जी की मूर्ति देश में नहीं विदेशों में भी लोकप्रिय है फ़िरोज़ाबाद से विदेशों में भी इन हस्त निर्मित मूर्तियो का निर्यात किया जाता है। इस बार गणेश जी की मूर्ति के आर्डर काफी मिले हैं इसलिए मुस्लिम कारीगर इन्हें बनाने में पूरी तरह से व्यस्त और बेहद खुश हैं।
फिरोज़ाबाद के मुस्लिम हस्तशिल्पी गणेश चतुर्थी के अवसर पर काँच की गणेश मूर्तियों को बनाने में जुटे हुए हैं। वर्षों से चली आ रही इस परंपरा ने हिन्दू-मुस्लिम एकता की एक अनूठी मिसाल में रूप में देखा जाता है। इनके कुशल हाथों से तैयार की गईं ये मूर्तियाँ न केवल देशभर में, बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्ध हैं। इस साल, दिल्ली, मुंबई और दक्षिण भारत के साथ-साथ कई विदेशी बाजारों से बड़े ऑर्डर्स मिले हैं, जो फिरोज़ाबाद की कला और संस्कृति को नई ऊँचाइयों पर पहुँचा रहे हैं।
इस बार के ऑर्डर्स में बढ़ोतरी से उनके चेहरों पर खुशी झलक रही है। खासकर दक्षिण भारत और विदेशों में इन मूर्तियों की बढ़ती मांग, फिरोज़ाबाद की कला को वैश्विक पहचान दिला रही है। यह उदाहरण देश को यह संदेश देता है कि कला और संस्कृति के माध्यम से धर्म और समुदाय की सीमाओं को पार किया जा सकता है, और मिलजुलकर सांस्कृतिक विरासत को संवारने का कार्य किया जा सकता है।