प्रदर्शनी में शलजम रही खास, साढ़े चार फुट की लौकी पर थमी निगाहें

Update:2016-02-27 20:31 IST

लखनऊ: रंगीन फूलों की खुशबुओं के बीच सीएम अखिलेश यादव ने शनिवार को राजभवन के कैंपस में आयोजित दो दिवसीय प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इसके बाद प्रदर्शनी आम जनता के लिए खोल दी गई। इस मौके पर एक स्मारिका का विमोचन भी किया गय। इस मौके पर राज्यपाल राम नाइक और समाजवादी पार्टी के मंत्री राजेंद्र चौधरी भी मौजूद थे।

क्या है प्रदर्शनी का उद्देश्य?

-41 सालों से भी अधिक समय से प्रदर्शनी राजभवन में आयोजित की जा रही है।

-प्रदर्शनी का मकसद जैव विविधता को एक साथ दिखाना है।

-इसमें प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में उगाए जाने वाली बेहतरीन फल, सब्ज़ियों और फूलों के नमूनों को दिखाया जाता है।

-इसके अलावा किसानों, बागवानों और आम लोगों को फल-फूल और सब्जियों के प्रति प्रेरित करना है।

क्या कहा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने?

-प्रदेश में बाग़वानी को बढ़ावा देने के लिए इस प्रदर्शनी का आयोजन किया जाता है।

-उत्तर प्रदेश की जलवायु में विविधताएं होने से हर तरह की फसलों की खेती की जा सकती है।

-अच्छी पैदावार के लिए वैज्ञानिक तरीके से खेती की जानी चाहिए।

प्रदर्शनी में शामिल संस्थाएं:

इस प्रदर्शनी में राजभवन, मुख्यमंत्री आवास, सेना, कई जिलों की कारागार, सीमैप के अलावा रेलवे, एचएएल, एलडीए, उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद, एसजीपीआई, आरएमएलने भाग लिया। प्रदर्शनी में कुछ प्राइवेट कंपनियों ने भी हिस्सा लिया। इसमें अंसल एपीआई और टाटा मोटर्स शामिल थीं। इसके अलावा प्रदेश के अन्य ज़िलों से भी संस्थाओं ने हिस्सा लिया। इनमें फैज़ाबाद, कानपुर, बस्ती, उन्नाव, झांसी जिले शामिल थे।

क्या था मेन अट्रैक्शन:

-महाराष्ट्र के कलाकारों ने करतब दिखाए।

-पलकों से भारी पत्थर उठाना बालों में बांधकर दो साइकिलों को घुमाना।

-दांतों से वजनी पत्थर को उठाकर फेंकना।

-मुख्यमंत्री ने दी एक लाख रुपए की धनराशि।

आकर्षित करने वाली अन्य चीजें

-जिला कारागार बाराबंकी की साढ़े चार फुट की लौकी।

-पहले स्थान पर रहे लाल और पीले शिमला मिर्च।

-जिला कारागार फ़ैज़ाबाद की सब्जियां।

-शलजम।

-फूल प्रदर्शनी में फूलों से बने भारत के नक़्शे।

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