NRHM घोटाला: पूर्व बसपा मंत्री अंटू मिश्रा के साथ उनके मां-बाप भी फंसे
2012 में सीबीआई ने अनन्त मिश्रा के कानपुर और लखनऊ के ठिकानों पर छापा मारकर तमाम ऐसे दस्तावेज बरामद किए जो जांच के दौरान उनके माता-पिता के गले का फंदा बन गए। सीबीआई में दर्ज आर्थिक अपराध संख्या 6पीसी 2012 में स्पष्ट रूप से आरोप लगाए गए हैं
कानपुर: प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बसपा के ब्राह्मण चेहरे अनन्त कुमार मिश्र अंटू् के खिलाफ बीते हफ्ते गाजियाबाद की विशेष सीबीआई अदालत द्वारा वारंट जारी करने के साथ शहर की उन कंपनियों में बेचैनी है जो काले धन को सफेद करने का धंधा करती हैं। पुष्ट सूत्रों का कहना है कि शहर के एक सी.ए. ने 2010-2011 में दो बार 35 करोड़ रुपए एक फर्जी कम्पनी से रूट करा कर अनन्त मिश्रा के पिता दिनेश मिश्रा व मां विमला मिश्रा के खातों में जमा किए। इसके बदले उक्त सी.ए. ने पांच करोड़ रुपये बतौर फीस भी वसूले।
2010 में पड़े थे छापे
-2012 में सीबीआई ने अनन्त मिश्रा के कानपुर और लखनऊ के ठिकानों पर छापा मारकर तमाम ऐसे दस्तावेज बरामद किए जो जांच के दौरान उनके माता-पिता के गले का फंदा बन गए।
-सीबीआई में दर्ज आर्थिक अपराध संख्या 6पीसी 2012 में स्पष्ट रूप से आरोप लगाए गए हैं कि स्वास्थ्य विभाग में अनुचित लाभ के लिए दो नये पद सृजित किए गये थे।
-नए पद नाम वालों को सारे वित्तीय अधिकार सौंप दिए गए और पुराने वाले मरहम-पट्टी करते रहे।
-अनन्त मिश्र के कानपुर स्थित आवास पर छापे की कार्रवाई के दौरान दो डायरियां बरामद हुई थीं जिसमें प्रदेश के समस्त चिकित्साधिकारियों से लेनदेन का पूरा ब्योरा दर्ज था।
-सीबीआई ने 1200 से ज्यादा पन्नों की चार्जशीट दायर करते हुए 420,467,471,120 बी और 512 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत जब गाजियाबाद की अदालत में अकाट्य साक्ष्य प्रस्तुत किए तो न्यायाधीश ने संज्ञान लेते हुए सभी अभियुक्तों के लिए गैर जमानती वारंट जारी कर दिए।
-उधर सीबीआई के अधिकारियों ने पूर्व मंत्री को कड़े शब्दों में ताकीद कर दिया कि सितम्बर के प्रथम सप्ताह में न्यायालय में हाजिरी दर्ज कर दें।
-अंटू के घर पर सीबीआई की इस कार्रवाई के बाद शहर में सिविल लाइन्स में रहने वाले एक ठेकेदार और पूर्व मंत्री के घर पर ताला लटका हुआ है।
-सीबीआई को जांच के दौरान राजस्थान के जोधपुर शहर में एक पांच सितारा होटल में मंत्री के परिवार के नाम पर भारी निवेश के पुख्ता सबूत मिले हैं।
-इसमें शहर के एक पान मसाला कारोबारी के साथ साझेदारी की बात सामने आई है। सवा सौ से ज्यादा बार हुई पूछताछ में मंत्री से सीबीआई ने सब कुछ उगलवा लिया है।
राहत नहीं
-अदालत में अभियोग पत्र दाखिल होने के बाद अंटू मिश्रा के करीबी सतीश मिश्रा दिल्ली के बड़े कानूनविदों से विचार विमर्श कर चुके हैं लेकिन राहत की कोई उम्मीद नहीं है।
-एनआरएचएम घोटाले में कभी बसपा सुप्रीमो के खास रहे बाबू सिंह कुशवाहा को पूरे चार साल बाद जमानत मिली है।
-इसी घोटाले में आरोपी प्रमुख सचिव प्रदीप शुक्ला काफी दिन गाजियाबाद की जेल में रह चुके हैं।
-इधर अभियोग पत्र दाखिल होने के बाद प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी पूर्व मंत्री व उनके परिवार के बीते सात सालों का लेखा जोखा खंगालने में लगे हुए हैं।
-जांच में अंटू की पत्नी की कोई संलिप्तता न मिलने से अधिकारी आश्चर्यचकित थे लेकिन बाद में यह पता चला कि उनके आपसी संबंध सामान्य नहीं हैं।
(फोटो साभार:thehindu/govtjobslatest)