कांग्रेस के कद्दावर नेता एवं पूर्व मंत्री शिव बालक पासी का निधन, अमेठी के अस्पताल में ली अंतिम सांस
कांग्रेस के कद्दावर नेता एवं पूर्व मंत्री शिव बालक पासी का आज अमेठी के गौरीगंज अस्पताल में निधन हो गया।
रायबरेली: कांग्रेस के कद्दावर नेता एवं पूर्व मंत्री शिव बालक पासी (Shiva Balak Pasi) का आज अमेठी के गौरीगंज अस्पताल में निधन (passed away) हो गया। 85 वर्षीय नेता की मौत से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ उठी। उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी (Former PM Rajiv Gandhi) का करीबी माना जाता था। नसीराबाद थाना क्षेत्र के थौरी स्थित उनके पैतृक आवास पर जैसे ही उनका पार्थिव शव पहुंचा उनके समर्थक अंतिम दर्शन के लिए पहुंच गए।
मिली जानकारी के अनुसार, शिव बालक पासी वर्ष 1985, 1990 और 2007 में कांग्रेस के टिकट पर सलोन विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे। 1985 में जब उत्तर प्रदेश में वीर बहादुर सिंह मुख्यमंत्री थे तो उन्हें मंत्रिमंडल में जगह दी गई थी। वर्ष 2002 और 2012 के आम विधनसभा चुनाव में उन्हें समाजवादी पार्टी की आशा किशोर ने पराजित किया था। लेकिन 2007 में उन्होंने आशा किशोर को ही धूल चटा दिया था।
1972 में प्रधान पद के लिए लड़ा था चुनाव
आपको बता दें कि, डीह ब्लॉक क्षेत्र के थौरी निवासी और सलोन विधानसभा से कांग्रेस से विधायक रहे शिवबालक पासी के घर 48 साल प्रधानी रही। पूर्व विधायक ने वर्ष 1972 में प्रधान पद के लिए थौरी ग्राम पंचायत से चुनाव लड़ा था। प्रधान बनने के बाद वे वर्ष 1979 तक आठ साल गांव के प्रधान रहे। बाद में 1980 में पुत्र राजबहादुर ने भाग्य आजमाया और सफलता भी मिल गई। पूर्व विधायक के बेटे वर्ष 1995 तक 15 साल गांव के निर्विरोध प्रधान रहे। वर्ष 1995 में हुए चुनाव में पूर्व विधायक की पुत्रवधू प्रेमा देवी मैदान में उतरीं और वह वर्ष 1995 से वर्ष 2020 तक 25 वर्ष तक प्रधान रहीं। इस बार के चुनाव में गांव के ही ओम प्रकाश ने शिकस्त देकर प्रधान पर कब्जा कर लिया।