बाराबंकीः माझा रायपुर के किलोमीटर 10 के पास गोंडा के नकहरा और बाराबंकी के माझा रायपुर गांव के बीच एल्गिन-चरसड़ी तटबंध सोमवार रात कट गया। इससे उफनती घाघरा का पानी दोनों जिलों के करीब 700 गांवों की ओर बढ़ रहा है। लाखों लोगों को इस वजह से हटने को कहा गया है। साथ ही राहत के लिए प्रशासन ने सेना और एनडीआरएफ को बुलाया है।
बता दें कि बीते रविवार को तटबंध का करीब 200 मीटर हिस्सा उस जगह कटा था, जहां रिंग बांध कटने की वजह से पिछले साल बनवाया गया था। रिंग बांध के कारण पानी का बहाव गांवों की ओर नहीं हुआ था, लेकिन रिंग बांध से पहले हुई कटान के बाद अब रिंग बांध का कोई मतलब नहीं रह गया है। सोमवार को घाघरा नदी का पानी रिंग बांध से टकराने लगा था। उसके बाद मुख्य बांध में भी कटान शुरू हो गई।
मुख्य बांध को बचाने की कोशिश हुई तो रिंग बांध से भी रिसाव होने लगा। इसके बाद प्रशासन के आला अफसर मौके पर पहुंचे। अफसरों के चेहरों पर चिंता की लकीरें खिंची हुई थीं। आनन-फानन में लोगों को गांव खाली करने का संदेश भेजा जाने लगा। इसके साथ ही सेना की मध्य कमान के अफसरों और लखनऊ में एनडीआरएफ के अफसरों से बात कर मदद के लिए गुहार लगाई गई।