Gonda News: मंडल का पहला प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र शुरू, जिलाधिकारी ने किया उद्घाटन
Gonda News: जिलाधिकारी नेहा शर्मा एवं मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन ने ग्राम पंचायत वजीरगंज में इस केंद्र का उद्घाटन किया।;
मंडल का पहला प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र शुरू (Photo- Social Media)
Gonda News: स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, गोण्डा जिले में मंडल के पहले प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र (Plastic Waste Management Unit - PWMU) का शुभारंभ किया गया। जिलाधिकारी नेहा शर्मा एवं मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन ने ग्राम पंचायत वजीरगंज में इस केंद्र का उद्घाटन किया। यह केंद्र प्लास्टिक कचरे के पुनर्चक्रण (रीसाइक्लिंग) और प्रभावी प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे जनपद और मंडल में बढ़ते प्लास्टिक कचरे को नियंत्रित किया जा सकेगा।
प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र की भूमिका।
यह केंद्र स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत स्थापित किया गया है, जिसका उद्देश्य एकल उपयोग वाले प्लास्टिक (SUP) के निस्तारण को नियंत्रित करना और प्लास्टिक कचरे का सही ढंग से प्रबंधन करना है। इस केंद्र में 4R सिद्धांत – Refuse (मना करना), Reduce (कम करना), Reuse (पुनः उपयोग करना) और Recycle (रीसायकल करना) को अपनाया जाएगा, जिससे प्लास्टिक कचरे को अलग-अलग कर सही तरीके से निपटाया जा सके।
रिसाइकिल योग्य प्लास्टिक को स्क्रैप डीलरों के माध्यम से पुनः उपयोग में लाया जाएगा। गैर-रीसाइक्लेबल प्लास्टिक कचरे को विखंडित कर सीमेंट उद्योगों, बिटुमिन सड़क निर्माण और अन्य विधियों द्वारा निस्तारित किया जाएगा।
16 लाख रुपये की लागत से हुआ निर्माण
यह प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट ओडीएफ प्लस ग्राम पंचायत वजीरगंज, विकासखंड-वजीरगंज में स्थित है। इसे ₹16 लाख की लागत से रिसोर्स रिकवरी सेंटर (RRC) के निकट बनाया गया है। इस केंद्र से प्लास्टिक कचरे के कुशल प्रबंधन की दिशा में एक मजबूत आधार तैयार होगा।
जिलाधिकारी ने स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन पर दिया जोर।
उद्घाटन समारोह में जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कहा, स्वच्छता और प्लास्टिक कचरे के प्रभावी प्रबंधन के लिए यह केंद्र बेहद महत्वपूर्ण है। प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने के लिए हमें सभी 4R सिद्धांतों का पालन करना होगा। यह केंद्र न केवल पर्यावरण संरक्षण में मदद करेगा, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी बढ़ाएगा। इसके साथ ही प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे प्लास्टिक कचरे का सही ढंग से निस्तारण करें और इस पहल में सहयोग दें।
पर्यावरण संरक्षण और रोजगार के नए अवसर।
इस केंद्र के माध्यम से न केवल प्लास्टिक कचरे का उचित प्रबंधन होगा, बल्कि इससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। प्रशासन का मानना है कि यह पहल जिले को स्वच्छ और सुंदर बनाने के साथ-साथ पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में भी सहायक होगी।