Gonda DM Neha Sharma: कौन हैं गोंडा DM नेहा शर्मा, आख़िर क्यों पलटा गया इनका आदेश ? यहां जाने सारी जानकारी

Gonda DM Neha Sharma: डीएम नेहा शर्मा ने 16 सितंबर 2023 को बीडीओ शिवमणि को कार्यमुक्त करने का आदेश दिया था। इसकी जानकारी जब ग्राम्य विकास विभाग के वरीय अधिकारी को हुई, तो उन्होंने नाराजगी जताई।

Update:2023-10-22 16:44 IST

Gonda DM Neha Sharma (Social Media)

Gonda DM Neha Sharma: गोंडा की जिलाधिकारी नेहा शर्मा इन दिनों अपने एक आदेश को लेकर खबरों में हैं। उन्होंने बीडीओ रैंक के एक अधिकारी को कार्यमुक्त करने का फरमान सुना दिया था, जिसे शासन ने पलट दिया है। साथ ही उन्हें बताया गया कि उन्होंने जो आदेश दिया है, दरअसल वो उनके अधिकार क्षेत्र में ही नहीं। गोंडा डीएम ने जिस अफसर को कार्यमुक्त करने का आदेश दिया था, वो वजीरगंज के खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) शिवमणि हैं। 

ग्राम्य विकास विभाग ने जताई नाराजगी

डीएम नेहा शर्मा ने 16 सितंबर 2023 को बीडीओ शिवमणि को कार्यमुक्त करने का आदेश दिया था। इसकी जानकारी जब ग्राम्य विकास विभाग के वरीय अधिकारी को हुई, तो उन्होंने नाराजगी जताई। विभाग के विशेष सचिव प्रहलाद बरनवाल ने गोंडा डीएम को उनके अधिकार क्षेत्र की याद दिलाते हुए कहा कि डीएम सीधे स्तर पर बीडीओ को कार्यमुक्त नहीं कर सकती हैं। इसके लिए उन्हें विभाग को लिखना चाहिए। बरनवाल ने खत में लिखा है कि बीडीओ के नियुक्ति प्राधिकारी राज्यपाल हैं। इसलिए उन्हें कार्यमुक्त करने की कार्रवाई कर डीएम ने अपने क्षेत्राधिकार से बाहर जाकर काम किया है।


कौन हैं डीएम नेहा शर्मा ?

गोंडा कलेक्टर नेहा शर्मा पहली बार चर्चा में तब आई थीं, जब बीते साल जून 2022 में उन्हें कानपुर नगर डीएम के पद से हटाकर नगरीय विकास विभाग में भेज दिया गया था। शर्मा की तैनाती के महज 130 दिन ही हुए थे। दरअसल, उस दौरान कानपुर नगर में दंगे भड़क गए थे और सांप्रदायिक माहौल काफी बिगड़ चुका था, जिसकी गाज उन पर गिरी थी। हालांकि, एकबार फिर शासन का उन पर भरोसा बहाल हुआ और इस साल जून में गोंडा का डीएम बनाकर फिर से उन्हें फील्ड में काम करने का मौका दिया गया।

नेहा शर्मा साल 2010 बैच की यूपी कैडर की आईएएस अधिकारी हैं। उनकी पहली पोस्टिंग साल 2012 में बागपत जिले में एसडीएम के पद पर हुई थी। 2013 में उन्हें कानपुर सदर का एसडीएम बनाया गया और 2014-15 में उन्नाव सीडीओ के पद पर रहीं। साल 2017 में पहली बार उन्हें किसी जिले की कमान सौंपी गई। नेहा शर्मा को उस साल फिरोजाबाद का जिलाधिकारी बनाया गया था। इसके बाद उन्होंने विभिन्न जिलों में अपनी सेवाएं दीं।

पानी में योग कर हासिल की सुर्खियां

महिला आईएएस अधिकारी नेहा शर्मा अपने जीवन में योग को काफी महत्व देती हैं। वे इससे जुड़े कार्यक्रमों में शामिल होती रहती हैं। कोरोना काल के दौरान उनका वॉटर योगा का कांसेप्ट लोगों को खूब पसंद आया था। पानी में योग करने के उनके वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए थे। योग के अलावा नेहा शर्मा को प्रकृति से भी खासा लगाव रहता है, जिसे वह समय-समय पर जाहिर करती रहती हैं।

नेहा शर्मा की पढ़ाई-लिखाई

छत्तीसगढ़ से आने वाली नेहा शर्मा कक्षा छठी तक वहीं पढ़ीं। इसके बाद उन्हें ग्वालियर के प्रतिष्ठित सिंधिया स्कूल में पढ़ने के लिए भेज दिया गया। वहां से 12वीं तक की शिक्षा ग्रहण करने के बाद शर्मा ने आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली का रूख किया। उन्होंने मिरांडा हाउस से स्नातक और दिल्ली स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स से मास्टर की डिग्री हासिल की। पीजी करने के दौरान ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी। 2010 में उन्हें यूपीएससी की परीक्षा में 66वां रैंक हासिल हुआ था। दो साल की ट्रेनिंग के बाद उन्हें यूपी कैडर मिला।

परिवार में कौन – कौन ?

गोंडा डीएम नेहा शर्मा का जन्म छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में 13 फरवरी 1984 को हुआ था। माता-पिता दोनों पेशे से डॉक्टर हैं। मां का नाम डॉ रजनी शर्मा और पिता का नाम डॉ आरके शर्मा है। उनका एक छोटा भाई और एक बहन भी है। नेहा शर्मा की शादी आईआरएस अधिकारी दर्पण से हुई है, जो फिलहाल मेरठ कस्टम विभाग में तैनात हैं। दोनों की एक बेटी है, जिसका नाम पोएम है। 

Tags:    

Similar News