Gonda News: डायरिया से एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत, आधा दर्जन से अधिक लोगों की हालत गंभीर

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Update: 2024-09-10 10:41 GMT

बच्चों की जांच करती मेडिकल टीम (Pic: Newstrack)

Gonda News: आजकल की उमस भरी गर्मी और देवीपाटन मंडल में स्वास्थ्य विभाग की हीलाहवाली व लचर कर्तव्य पालन सामान्य जनमानस के लिए जानलेवा बन गया है। कहने के लिए तो सरकारी स्वास्थ्य विभाग अपने कर्तव्य को पूरी शिद्दत से निभा रहा है पर वह सिर्फ सरकार की फाइलों का आंकड़ा भर मात्र है। जमीनी हालात यह है कि आज कल झोला छाप की भी पौ बारह है। उमस भरी गर्मी में डायरिया का तो कहर जारी है। जनपद गोंडा के थाना इटियाथोक क्षेत्र के गांव विशुनपुर संगम के मजरे मधईजोत में डायरिया का कहर जारी है। गांव में उल्टी दस्त के चलते एक ही परिवार के तीन मासूम बच्चों की मौत हो चुकी है जबकि आधा दर्जन से ज्यादा लोगों का इलाज चल रहा हैं। परिजनों ने बीमार लोगों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। अब स्वास्थ्य विभाग की आंखें खुली है। मंगलवार को स्वास्थ्य टीम प्रभावित गांवों में पहुंचकर दवा छिड़काव कर रही है।

जानकारी के अनुसार इटियाथोक थाना क्षेत्र के विशुनपुर संगम गांव के मजरे मधईजोत को रहने वाले महेशदत्त के अनुसार उन्होंने तीन दिन पहले 7 सितंबर को अपने 2 वर्षीय बेटे शिवा को उल्टी दस्त की शिकायत‌ होने पर स्थानीय कस्बे में एक निजी चिकित्सक को दिखाया था, लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ। हालत बिगड़ने पर उसे इलाज के लिए मुख्यालय ले जा रहे थे लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गयी।‌ परिवार बेटे के मौत के सदमे से उबर भी नहीं सका कि 8 सितंबर को महेशदत्त के भाई गणेशदत्त की 20 दिन की मासूम बेटी चंचल और 8 साल की पल्लवी भी उल्टी दस्त की चपेट में आ गयीं। चंचल ने तो 8 सितंबर को ही दम तोड़ दिया जबकि पल्लवी 9 सितंबर को काल के गाल में समा गयी।

एक ही परिवार के तीन मासूम बच्चों की मौत के बाद इसकी जानकारी जब स्वास्थ्य महकमें को हुई तो विभाग में हड़कंप मच गया। आनन फानन में गांव में स्वास्थ्य टीम भेजी गयी। जांच के दौरान गणेशदत्त की बेटी श्रद्धा उम्र (4), अनीता तिवारी उम्र (40) पत्नी उग्रसेन, सुनीता उम्र (45) पत्नी चंद्रशेखर, अमन उम्र( 22) पुत्र उग्रसेन, दीपशिखा उम्र (22) पत्नी अमन व आदर्श उम्र(16) पुत्र उग्रसेन उल्टी दस्त से पीड़ित मिले। सभी को लाकर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। इस संबंध में सीएचसी अधीक्षक डा सुनील ने बताया कि उल्टी दस्त से तीन बच्चों की मौत हुई है, जबकि 6 लोग बीमार है। उन्हें सीएससी में भर्ती कराया गया है। सभी का इलाज चल रहा है‌‌।

उन्होंने कहा कि प्रभावित गांवों में स्वास्थ्य टीम भेजी गई है और दवा का छिड़काव कराया जा रहा है। साथ ही ग्रामीणों से साफ सफाई रखने की भी अपील की जा रही है। जिला के वरिष्ठ अधिवक्ता अविनाश चंद्र पांडेय का कहना है कि सरकारी महकमा हादसों का इंतजार करता है और जब हादसा हो जाता ‌है तब सक्रियता दिखाता है। उन्होंने सवाल उठाया है कि सरकारी कर्मचारी यदि समय पर अपने कर्तव्य का जमीनी स्तर पालन करते रहे तो यह दिन न देखने को मिले। लेकिन जब हादसा हो जाता है तब सरकारी विभाग अपने को सक्रिय करते हैं। उन्होंने कहा कि यह हालत आज कल पूरे देवीपाटन मंडल में देख सकते हैं। 

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