Gorakhpur News: गोरखपुर यूनिवर्सिटी में सेल्फ फाइनेंस कोर्स पर खर्च होंगे 28 करोड़, 100 गेस्ट फैकल्टी की होगी नियुक्ति
Gorakhpur News: कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि इंजीनियरिंग कोर्स के छात्रों के लिए लैब और लाइब्रेरी खुलेगी। कृषि संस्थान को भी विकसित किया जाएगा। कुलपति ने बताया कि 100 से अधिक अतिथि शिक्षकों पर भी मुहर लग गई है।
Gorakhpur News: डिस्टेंस एजुकेशन के बाद दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी प्रशासन सेल्फ फाइनेंस कोर्सों को बढ़ावा देने की कवायद में जुट गया है। विवि प्रशासन ने सत्र 2024-25 में सेल्फ फाइनेंस कोर्स पर 28 करोड़ रुपये खर्च करेगा। साथ ही सीटों की संख्या भी बढ़ाएगा। इसके साथ ही 100 से अधिक गेस्ट फैक्ल्टी की नियुक्ति पर भी मुहर लग गई। डीडीयू की वित्त समिति ने इस सब को लेकर बजट की मंजूरी दे दी है।
डीडीयू में कुलपति प्रो. पूनम टंडन की अध्यक्षता में हुई वित्त समिति की बैठक में सत्र 2024-25 में स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों बीएससी एजी, एमबीए, बीबीए, बीकॉम बैंकिंग एंड इंश्योरेंस, इंजीनियरिंग के कम्प्यूटर साइंस आदि पाठ्यक्रम में सीटें दोगुना तक बढ़ाए जाने पर विद्या परिषद ने मुहर लगा दी है। पर्याप्त संसाधन के लिए वित्त समिति की बैठक में यह मुद्दा रखा गया। निर्णय हुआ कि इन 28 करोड़ रुपये से बुनियादी सुविधाओं से लेकर सभी संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि इंजीनियरिंग कोर्स के छात्रों के लिए लैब और लाइब्रेरी खुलेगी। कृषि संस्थान को भी विकसित किया जाएगा। कुलपति ने बताया कि 100 से अधिक अतिथि शिक्षकों पर भी मुहर लग गई है। आगामी वर्षों में स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों के लिए बढ़कर 50 करोड़ रुपये से अधिक किया जाएगा। कुलपति ने बताया कि फार्मेसी कोर्स के लिए आवेदन सबमिट कर दिया। सत्र 2024-25 से ही फार्मेसी कोर्स शुरू होगा।
पूर्व कुलपति प्रो.राजेश सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले प्रो.कमलेश होंगे बहाल?
कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि डीडीयू में प्रवेश समिति की बैठक 30 जनवरी को अपराह्न 3 बजे से प्रशासनिक भवन में होगी। इसमें बीएससी के बाद एमए, सीट वृद्धि, प्रवेश में वेटेज आदि विषयों पर मुहर लग सकती है। इसके अलावा 1 फरवरी को कार्य परिषद की बैठक होगी। इसमें सभी समितियों से पास मुद्दों को मंजूरी मिलेगी। प्रो. कमलेश गुप्त की बहाली पर भी मुहर की उम्मीद है। पूर्व कुलपति प्रो.राजेश सिंह के खिलाफ प्रो.कमलेश ने मोर्चा खोला था।