Gorakhpur News: अदाणी ग्रुप ने महाकुंभ में बांटने के लिए गीता प्रेस को दिया एक करोड़ पुस्तकों का ऑर्डर, क्या है खास?
Gorakhpur News: गीता प्रेस प्रबंधन महाकुंभ में डेढ़ करोड़ धार्मिक पुस्तकों को भेजने की तैयारी में जुटा है। महाकुंभ के महात्म को बताने वाली पुस्तक 'महाकुंभ पर्व' की दिन रात छपाई हो रही है।
Gorakhpur News: प्रयागराज में शुरू होने वाले महाकुंभ में गीता प्रेस की धार्मिक पुस्तकों की जबरदस्त मांग है। अदाणी ग्रुप ने सनातनियों में आरती संग्रह बांटने के लिए एक करोड़ पुस्तकों का ऑर्डर दिया है। इसके साथ ही गीता प्रेस महाकुंभ पर्व नाम से पुस्तक की छपाई कर रहा है। वहीं कल्याण का विशेषांक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संदेश के आधार पर कुंभ में पहुंचाने की कवायद हो रही है।
अदाणी ग्रुप के प्रतिनिधियों ने गीता प्रेस प्रबंधन से एक करोड़ आरती संग्रह के लिए ऑर्डर दिया है। इस आरती संग्रह में 100 से अधिक आरती है। यह सिर्फ 15 से 20 रुपये तक में उपलब्ध है। बड़ी मात्रा के ऑर्डर के साथ अन्य धार्मिक पुस्तकों के प्रकाशन का दबाव देखते हुए गीता प्रेस प्रबंधन ऑर्डर को लेकर पशोपेश में फंसा हुआ है। प्रमुख ट्रस्टी देवी दयाल अग्रवाल का कहना है कि प्रबंधन से बात कर देखा जा रहा है कि तय समय में ऑर्डर दिया जा सकता है। एक से दो दिन में अदाणी ग्रुप को स्थिति साफ कर दी जाएगी।
डेढ़ करोड़ पुस्तकों को भेजने की है तैयारी
गीता प्रेस प्रबंधन महाकुंभ में डेढ़ करोड़ धार्मिक पुस्तकों को भेजने की तैयारी में जुटा है। महाकुंभ के महात्म को बताने वाली पुस्तक 'महाकुंभ पर्व' की दिन रात छपाई हो रही है। इसके साथ ही गीता प्रेस के कल्याण पत्रिका के विशेषांक की भी तेजी से छपाई हो रही है। इसकी छपाई पिछले 20 दिसंबर से शुरू हो गई थी। एक जनवरी तक पत्रिका मार्केट में आएगी। कल्याण का विशेषांक वेद, पुराणों में बताए गए पर्यावरण संरक्षण के महत्व को लेकर प्रकाशित किया जा रहा है। पत्रिका में सभी आलेख पर्यावरण संरक्षण पर ही केंद्रित रखे गए हैं।
गीता की प्रतियां भी गीता प्रेस के स्टॉल पर होंगी
गीता प्रेस प्रबंधन महाकुंभ में विशाल स्टॉल लगा रहा है। इसमें विभिन्न साइज में प्रकाशित होने वाली रामचरित मानस और गीता को विशेष तौर पर रखा जा रहा है। हिंदू धर्म में भगवत गीता को सबसे पवित्र ग्रंथ की श्रेणी में रखा गया है। यह दुनिया का एकमात्र ऐसा ग्रंथ है, जिसकी जयंती मनाई जाती है। देश-दुनिया में गीता के ज्ञान को सहजता और कम कीमत में पहुंचाने की मुहीम में गीता प्रेस पिछले 100 वर्षों से जुटा है। यहां 50 पैसे में भी गीता मिलती है। अभी तक 16 करोड़ से अधिक प्रतियां प्रकाशित कर गीता प्रेस प्रबंधन ने अनूठा रिकॉर्ड बना रखा है।