Gorakhpur News: जगुआर, मर्सिडीज कार के शौकीन हैं रवि किशन, सांसद रहते पांच साल में कर ली 22 करोड़ की कमाई
Gorakhpur News: पर्चा दाखिला में रवि किशन द्वारा दिये गए हलफनामे में इस बार कई चौंकाने वाले खुलासे हैं। पिछले चुनाव की तुलना में इस बार 22.32 करोड़ रुपये बढ़ी है।
Gorakhpur News: गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र से नामांकन करने वाले भाजपा प्रत्याशी रवि किशन की संपत्ति में बीते पांच साल में जबरदस्त बढ़ोतरी हुईहै। सिर्फ पांच साल में रवि किशन की संपत्ति में 22.32 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हो गई है। महंगे गाड़ियों के शौकीन रवि किशन की कमाई को लेकर विरोधी सवाल खड़े कर रहे हैं।
पर्चा दाखिला में रवि किशन द्वारा दिये गए हलफनामे में इस बार कई चौंकाने वाले खुलासे हैं। पिछले चुनाव की तुलना में इस बार 22.32 करोड़ रुपये बढ़ी है। वर्ष 2019 में नामांकन के समय उन्होंने अपनी कुल चल-अचल संपत्ति 21 करोड़ दर्शाया था। इस बार दाखिल शपथ पत्र के अनुसार उनके पास कुल 43.32 करोड़ की चल-अचल संपत्ति दर्ज है। उनके पास 14.96 करोड़ व उनकी पत्नी के नाम 81.93 लाख और उनके आश्रित के नाम 4.34 लाख रुपये की चल संपत्ति है। उनके नाम 23.25 करोड़ और उनकी पत्नी के नाम 4.25 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति हैं।
मर्सिडीज बेंज से लेकर बीएमडब्ल्यू कार के शौकीन हैं रवि किशन
मुंबई में विभिन्न क्षेत्रों में आठ जगहों पर फ्लैट, एक दुकान और गोरखपुर व जौनपुर में बंगला भी है। वे करीब 1.68 करोड़ और पत्नी पर 10 लाख रुपये की कर्जदार भी हैँ। कॉलेज आफ आर्ट्स कामर्स बांद्रा वेस्ट, मुंबई से इंटरमीडिएट तक की शिक्षा ग्रहण करने वाले रवि किशन को गाड़ियों का भी शौक है। उनके पास मर्सिडीज बेंज, बीएमडब्ल्यू, जगुआर, फार्च्यूनर, इनोवा और स्ट्रीट बाब बाइक भी है।
सुर्खियां बंटोरने के लिए बाइक ने जनसभा स्थल पर पहुंचे रवि किशन
गोरखपुर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी रवि किशन शुक्ला शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में नामांकन के बाद भीड़ को देखते हुए बाइक से ही नामांकन की जनसभा में दिग्विजयनाथ पार्क में पहुंचे। कलक्ट्रेट से रवि किशन बाहर निकले तो चारों तरफ जाम था। उधर, जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचने वाले थे। ऐसे में रवि किशन जाम से बचने के लिए बाइक से ही दिग्विजयनाथ पार्क पहुंचे। माना जा रहा है कि रवि किशन चर्चा में रहने के लिए यह स्टंट किया।
प्रस्तावकों से साधा जातिगत समीकरण
रवि किशन के नामांकन में महापौर डॉ.मंगलेश श्रीवास्तव, पिपराइच विधायक महेन्द्र पाल सिंह, रमाकांत निषाद, बृजेश यादव आदि प्रस्तावक रहे। बतौर चुनाव अभिकर्ता गोरखपुर लोकसभा डॉ.सत्येन्द्र सिन्हा शामिल रहे। ऐसे में सांसद ने कायस्थ, सैथवार, निषाद, यादव जातियों को साधने की कोशिश की है।