Gorakhpur News: नये सत्र से DDU देगा दूरस्थ शिक्षा और ऑनलाइन कोर्स की सुविधा, निदेशक की हुई नियुक्ति

Gorakhpur News: प्रो. बेहरा बनाए गए निदेशक अंग्रेजी विभाग के आचार्य प्रो. गौरहरि बेहरा को केंद्र का निदेशक बनाया गया है।

Update: 2024-03-18 03:04 GMT

गोरखपुर यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो.पूनम टंडन (Newstrack)

Gorakhpur News: दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने ऐसे छात्रों के पढ़ाई का इंतजाम किया है, जो संस्थागत रूप से पढ़ाई करने में सक्षम नहीं है। जरूरतों को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन नए सत्र से दूरस्थ शिक्षा और ऑनलाइन कोर्स तैयार करने जा रहा है। कुलपति प्रो.पूनम टंडन ने कोर्स के संचालन के लिए पांच सदस्यीय समिति भी गठित कर दी गई है।

यूनिवर्सिटी में स्थापित ऑनलाइन एंड डिस्टेंस एजुकेशन सेंटर में स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रम का ऑनलाइन संचालन भी सुनिश्चित किया जाएगा। पंजीकृत विद्यार्थी अपने पाठ्यक्रमों से संबंधित अध्ययन सामग्री वीडियो लेक्चर्स, पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन और अन्य ई-पाठ्यक्रम को आसानी से ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त कर सकेंगे। नए सत्र से केंद्र से विद्यार्थियों को इसमें प्रवेश मिलने लगेगा। केंद्र के संचालन के लिए विश्वविद्यालय में जल्द रिकार्डिंग स्टूडियो और अन्य जरूरी सुविधाएं स्थापति की जाएंगी। संबंधित अन्य साधनों जैसे परीक्षा आदि का निर्धारण यूजीसी पोर्टल पर केंद्र द्वारा पंजीकरण से पूर्व कर लिया जाएगा। कुलपति प्रो.पूनम टंडन ने कहा कि विश्वविद्यालय में ऑनलाइन एवं दूरस्थ शिक्षा केंद्र की स्थापना कर दी गई है। संस्थागत शिक्षा पूरी न कर पा रहे विद्यार्थियों को इसका लाभ मिलेगा। इसके जरिए देश भर के विद्यार्थी विश्वविद्यालय से जुड़ेंगे। दूसरे देशों के छात्र-छात्राएं भी ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे।

प्रो. बेहरा बने निदेशक, कोर्स का खाका हुआ तैयार

प्रो. बेहरा बनाए गए निदेशक अंग्रेजी विभाग के आचार्य प्रो. गौरहरि बेहरा को केंद्र का निदेशक बनाया गया है। शारीरिक शिक्षा के प्रो. विजय चहल और मनोविज्ञान विभाग की डॉ विस्मिता पालीवाल को उप निदेशक की जिम्मेदारी दी गई है। बॉटनी की डॉ तूलिका मिश्रा और भूगोल विभाग की डॉ स्वर्णिमा सिंह सहायक निदेशक बनाई गई हैं। डीडीयू से ऑनलाइन अध्ययन करने वाले विद्यार्थी अपने पाठ्यक्रम की 60 प्रतिशत क्रेडिट विश्वविद्यालय से प्राप्त कर सकते हैं। 40 प्रतिशत हिस्सा स्टडी वेब्स ऑफ एक्टिव लर्निंग फार यंग इंस्पायरिंग माइंड्स (स्वयं) की ओर से संचालित पाठ्यक्रम से प्राप्त करने की उन्हें स्वतंत्रता होगी। केंद्र की स्थापना के जरिए विश्वविद्यालय नई एनईपी के नामांकन में 50 प्रतिशत वृद्धि के लक्ष्य को भी हासिल करने की कोशिश करेगा। 

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