Gorakhpur News: तीन स्तरीय सुरक्षा में रखी ईवीएम के बाद भी रात के अंधेरे में सपाईयों की चौकसी
Gorakhpur News: सपा नेता जियाउल इस्लाम का कहना है कि समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी काजल निषाद को इस बार व्यापक जनसमर्थन मिला है। हार के डर से सत्ताधारी दल ईवीएम में हेर फेर कर सकता है।
Gorakhpur News: लोकसभा चुनाव की वोटिंग के तत्काल बाद एग्जिट पोल में भाजपा को बंपर सीट मिल रही है। जिसे गठबंधन स्वीकारने को तैयार नहीं है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया है, कि जहां स्ट्रांग रूम बने हैं, वहां पूरी निगरानी करें। ऐसे में सपाई और कांग्रेसी पूरी रात ईवीएम की निगरानी कर रहे हैं। हालांकि प्रशासन का दावा है कि ईवीएम तीन स्तरीय सुरक्षा में रखा हुआ है।
लोकसभा चुनाव की मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद गोरखपुर में रविवार की देर रात तक सपाई जमे रहे। गोरखपुर विश्वविद्यालय में बनाए गए स्ट्रांग रूम में सभी ईवीएम को सुरक्षित रखा गया है। ये मशीनें चार जून को सुबह स्ट्रांग रूम से बाहर निकाली जाएगी। तब तक स्ट्रांग रूम की सुरक्षा हथियारबंद जवान करेंगे। स्ट्रांग में रखे ईवीएम की सीसीटीवी कैमरे की मदद से कंट्रोल रूप से 24 घंटे निगरानी की जा रही है। इसके बाद अर्द्ध सैनिक बल व सशस्त्र पुलिस के जवान को तैनात किया गया है। एक एसीपी, एक सीओ, तीन इंस्पेक्टर, 16 दरोगा, 20 हेड कांस्टेबल, 44 कांस्टेबल, एक प्लाटूंन सीएपीएस की तैनाती की गई है। स्ट्रांग रूम के बाहर भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। अधिकारियों का कहना है कि लोकसभा चुनाव के लिए जिले में 28 कंपनी अर्द्ध सैनिक सैनिक बल को बुलाया गया था। चुनाव के बाद इसमें से पांच कंपनी अर्द्ध सैनिक बल को चार जून को मतगणना कराने के लिए रोका गया है।
सपा की 100 कार्यकर्ताओं की टोली कर रही निगरानी
डीडीयू के स्ट्रांग रूम में रखी ईवीएम की निगरानी के लिए समाजवादी पार्टी ने 100 कार्यकर्ताओं की टोली तैयार की है। एक शिफ्ट में 50 युवा स्ट्रांग रूम के पास मौजूद रह रहे हैं। इसके लिए गोरखपुर लोकसभा से जुड़े पांचों विधानसभा से 20-20 युवा कार्यकर्ता बुलाए गए हैं। हर विधानसभा के 10-10 युवा कार्यकर्ताओं की टोली दो-दो शिफ्ट में ड्यूटी करेगी। रविवार को स्ट्रांग रूम का हाल जानने के लिए सपा की प्रत्याशी काजल निषाद विवि पहुंचीं। सपा नेता जियाउल इस्लाम का कहना है कि समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी काजल निषाद को इस बार व्यापक जनसमर्थन मिला है। हार के डर से सत्ताधारी दल ईवीएम में हेर फेर कर सकता है। इसी वजह से पार्टी ने निगरानी के लिए युवाओं की टोली की ड्यूटी लगाई है।