Gorakhpur News: जिसे डॉक्टर बनाने के लिए सारी कमाई लगा दी, उसका दाह संस्कार करेंगे पिता, सवालों में उलझी पुलिस
Gorakhpur News: गोरखपुर के शाहपुर थाना क्षेत्र निवासी अजय कुमार सिंह एडवोकेट का इकलौते बेटे कुशाग्र प्रताप सिंह एमबीबीएस द्वितीय वर्ष का छात्र था। उसका शव रविवार सुबह कॉलेज कैंपस में बने हॉस्टल नंबर 2 के बाहर सड़क पर पड़ा मिला।
Gorakhpur News: यूपी के शाहजहांपुर के बंथरा स्थित वरुण अर्जुन मेडिकल कॉलेज में गोरखपुर स्थित राप्ती नगर निवासी अधिवक्ता के बेटे कुशाग्र की मौत ने परिवार ही नहीं पुलिस को भी सवालों में उलझा कर रखा है। पुलिस जहां मौत की गुत्थी को सुलझाने में उलझी है, वहीं इकलौते बेटे को डॉक्टर बनाने में जिंदगी भर की कमाई लगाने वाला परिवार बेटे के दाह संस्कार को लेकर परेशान है। बताया जा रहा है कि कुशाग्र का अंतिम संस्कार लखनऊ में किया जाएगा।
गोरखपुर के शाहपुर थाना क्षेत्र निवासी अजय कुमार सिंह एडवोकेट का इकलौते बेटे कुशाग्र प्रताप सिंह एमबीबीएस द्वितीय वर्ष का छात्र था। उसका शव रविवार सुबह कॉलेज कैंपस में बने हॉस्टल नंबर 2 के बाहर सड़क पर पड़ा मिला। पुलिस का कहना है कि कुशाग्र हॉस्टल की तीसरी मंजिल से गिर गया जिससे उसकी मौत हो गई। इस मामले में छात्रावास के कुछ छात्रों ने पुलिस को गुपचुप तरीके से बताया कि छात्र कुशाग्र के कमरे में शनिवार रात को पार्टी की गई थी। पार्टी में कुशाग्र के साथी छात्र मौजूद थे। चर्चा है कि रात लगभग 12:30 बजे तक पार्टी चली। अंत में कुशाग्र का अपने साथियों से झगड़ा हो गया था।
तो क्या धक्का देकर नीचे गिराया
चर्चा है कि साथियों ने कुशाग्र के साथ गाली-गलौज करते हुए धक्का-मुक्की भी की थी। इसके बाद सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में हॉस्टल के नीचे सड़क पर कुशाग्र का शव लहुलूहान हालत में पड़ा मिला था। पुलिस भी घटना को संदिग्ध मानते हुए एक-एक बिंदु पर जांच कर रही है। कुशाग्र के चचेरे भाई नवीन विजय सिंह एवं सूरज प्रताप सिंह ने सीसीटीवी नहीं चलने सहित अन्य कई कमियों को लेकर कॉलेज प्रशासन पर ही कई सवाल खड़े कर दिए। परिवार वालों का कहना है कि प्रथमदृष्टया मामला संदिग्ध लग रहा है। कुशाग्र का जब शव देखा गया तो वह पीठ के बल पड़ा था। सिर के पिछले भाग में दायीं ओर जख्मी था। उसकी आंखें खुली हुई थीं। पोस्टमार्टम में कुशाग्र के शरीर पर सिर की ही चोट मिली। शरीर पर कोई चोट नहीं है। ऊपर से अगर कोई खुद कूदता है तो वह पैरों के बल गिरता है और पैर टूट तक जाते हैं। पुलिस जांच कर रही है और छात्रों से पूछताछ की है। वहीं कॉलेज प्रबंधन इस पर चुप्पी साधे है।
शराब पीने के दौरान तो नहीं हुआ विवाद
पुलिस जब कमरा नंबर 14 में पहुंची तो कमरे का सामान बिखरा हुआ पड़ा था, उसे देखकर ऐसा लग रहा था कि इस कमरे में या तो सामान फेंका गया है या फिर लड़ाई-झगड़े में सामान बिखरा है। इसी के साथ पुलिस को कमरे की एक टेबल पर शराब की बोतलें तथा एक ग्लास में शराब का पैग रखा हुआ मिला। कमरे के हालात को देखकर दोस्तों की पार्टी होने के बाद झगड़ा होने की आशंका को नकारा नहीं जा सकता। सीओ अमित चौरसिया ने एसडीएम ज्ञानेंद्र नाथ सिंह की मौजूदगी में कमरे को सील करा दिया है।
सपना मिनटों में हो गया चकनाचूर
मां-बाप ने बेटे को डॉक्टर बनाने का सपना देखा था। डॉक्टर की डिग्री के बाद बेटे को किसी तरह आगे दिक्कत न हो, इसके लिए उन्होंने अपने मकान में ही किराये पर हॉस्पिटल भी दे रखा था। मकसद यह था कि भविष्य में बेटा हॉस्पिटल चला सके। जैतपुर के मूल निवासी अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह गोरखपुर में राप्तीनगर फेज वन में मकान बनवा कर पत्नी के साथ रहते हैं। उनके इकलौता बेटे कुशाग्र ने लखनऊ से 12वीं की पढ़ाई करने के बाद वहीं से तैयारी कर 2022 में शाहजहांपुर स्थित वरुण अर्जुन मेडिकल कालेज में एडमिशन लिया था। यह उसका दूसरा साल था। मेडिकल कॉलेज में ही हॉस्टल नंबर दो के ग्राउंड फ्लोर के कमरा नम्बर 14 में कुशाग्र रहता था।