Gorakhpur News: आयुष्मान कार्ड में फर्जीवाड़ा, एक दिन के लिए कार्ड बनाकर हो रहा इलाज

Gorakhpur News: वास्तविक लाभार्थी को कार्ड का लाभ नहीं मिल रहा है। वहीं फर्जीवाड़ा कर उस व्यक्ति के नाम से एक से अधिक कार्ड बना दिए जा रहे हैं।

Update:2024-05-13 07:37 IST

Ayushman card fraud  (photo: social media )

Gorakhpur News: केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान गोल्डन कार्ड योजना में फर्जीवाड़े का मामला गोरखपुर में खुला है। इसमें आयुष्मान मित्र और सहज जन सुविधा केंद्र के संचालक द्वारा एक दिन के लिए आयुष्मान कार्ड बनाने का मामला सामने आया है। फर्जीवाड़ा कर बिहार के ऐसे लोगों ने आयुष्मान कार्ड बनवा लिया जिनका नाम सूची में है ही नहीं।

वास्तविक लाभार्थी को कार्ड का लाभ नहीं मिल रहा है। वहीं फर्जीवाड़ा कर उस व्यक्ति के नाम से एक से अधिक कार्ड बना दिए जा रहे हैं। जबकि फर्जीवाड़े के ऐसे मामले को लेकर गोरखपुर जिला अस्पताल में हड़कंप मचा है। दरअसल, जिला अस्पताल में बिहार के रहने वाले दंपति आयुष्मान कार्ड लेकर पहुंचे। यहां आयुष्मान मित्र ने जांच में देखा तो वह हैरान रह गए। महिला के नाम से दो-दो आयुष्मान कार्ड बने थे। दोनों कार्ड अलग-अलग नंबर के थे। खास बात यह की महिला का नाम आयुष्मान सूची में ही नहीं है। न ही उसके परिवार का नाम है। जबकि फोटो महिला की ही है।

बिहार की महिला के नाम से बने दो-दो कार्ड

बिहार के गोपालगंज के रहने वाले श्रीनंदन राय ने बताया की पत्नी को कैंसर की बीमारी है। इलाज मंहगा है। जिले के ही एक अस्पताल से कैंसर की सर्जरी हुई। अब कीमोथेरेपी चल रही है। उसी अस्पताल के आयुष्मान मित्र ने फर्जी कार्ड बनाने की सलाह दी थी। इसके एवज में 25 हजार भी लिए। उसी ने आयुष्मान कार्ड बना दिया। कार्ड के आधार पर इलाज का भुगतान में रिजेक्ट हो गया है। जिला अस्पताल आया तो पता चला कि पत्नी के नाम से एक कार्ड पहले भी बना है।

30 से अधिक शिकायतें

आयुष्मान योजना के नोडल अधिकारी व एडिशनल सीएमओ डॉ. एके सिंह ने बताया कि इस प्रकार की गड़बड़ी के हर महीने 25 से 30 नए मामले सामने आ रहे हैं। इसमें जांच व कार्रवाई का अधिकार स्टेट एजेंसी फार हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विसेज (साजीच) को है। सभी शिकायतों को लखनऊ में साजीच को भेजा जा रहा है।

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