Gorakhpur News: जिंदा पत्नी की चिता सजवाई, फोटो खींच भेज दिया, जानिये क्यों किया ऐसा
Gorakhpur News: सहजनवा क्षेत्र के एक व्यक्ति ने फाइनेंस कंपनियों से लिए गए 7 लाख के कर्ज माफी के लिए जिंदा पत्नी को ही कागजों में मार डालने का प्रयास किया।
Gorakhpur News: मानवता और रिश्ते किस कदर तार तार हो रहे हैं, इसे उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की इस घटना से समझा जा सकता है। गोरखपुर के सहजनवा क्षेत्र के एक व्यक्ति ने फाइनेंस कंपनियों से लिए गए 7 लाख के कर्ज माफी के लिए जिंदा पत्नी को ही कागजों में मार डालने का प्रयास किया। उसने कागजी दस्तावेज में पत्नी को मृत दिखाने के लिए नदी के तट पर चिता सजवाई और बकायदो फोटो खिंचवाया। मामला तब खुला जब वह प्रधान के पास पत्नी का मृत प्रमाण पत्र बनवाने पहुंच गया। प्रधान ने पता किया तो साफ हुआ कि युवक की पत्नी जिंदा है।
शक होने पर प्रधान ने जांच कराई तो पता चला कि युवक ने यह सब ड्रामा पत्नी के नाम लिया गया सात लाख का लोन माफ कराने के लिए किया है। कई माइक्रो फाइनेंस कम्पनियों से उसने पत्नी के नाम से लोन लिया है। जब उसकी पत्नी की मौत हो जाती तो यह लोन माफ हो जाता। हालांकि इसके लिए उन्हें महिला का मृत प्रमाणपत्र लगाना पड़ता।
सोशल मीडिया में पत्नी को मृत बता कर बटोरी सहानुभूति
सहजनवा तहसील क्षेत्र एक गांव के रहने वाले युवक ने अपनी पत्नी को सोशल मीडिया के जरिए मृत साबित करने का प्रयास किया। उसने पत्नी की इलाज के दौरान मेडिकल कालेज में मौत होने की कहानी गढ़ी। इतना ही नहीं, उसने बाकायदा नदी के घाट पर पत्नी को लिटाकर उस पर कफन डालने के बाद फोटो खिंचवाई और उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया। जिस दिन उसने पत्नी की मौत और उसे नदी में प्रवाहित करने की सूचना दी, उसी रात को प्रधान के घर पत्नी का मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने पहुंच गया।
किसी को संदेह न हो इसलिए पत्नी को मायके पहुंचा दिया
प्रधान ने जब गांव में पता किया तो ग्रामीणों ने बताया कि पत्नी की मौत की सूचना तो उसने दी है लेकिन उसके बाद का कोई कर्मकांड नहीं कर रहा है। इसपर प्रधान को शक हुआ उन्होंने अपने स्तर जांच शुरू की। जांच के दौरान युवक की पत्नी मायके में जिन्दा हाल में मिली। उसे बुलाकर प्रधान प्रतिनिधि गांव ले आये। महिला को जिन्दा देख गांव के लोग हैरान हो गए।उधर, अपनी पोल खुलने के बाद आरोपी युवक घर से भाग गया है। प्रधान ने बताया युवक दो सितंबर की रात को आया और पत्नी का मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने की बात कहने लगा।
उसने बताया कि उसकी पत्नी की तबीयत खराब होने पर उसे बीआरडी मेडिकल कालेज ले गया था। डॉक्टर ने जांच लिखी थी। जांच कराने जा रहा था कि पत्नी ने पानी मांगा और पानी पीते ही उसकी मौत हो गई। पत्नी के शव को मानीराम में जमुआर उतरासव के पास राप्ती नदी में जल प्रवाहित कर दिया। उसने नदी के पास पत्नी के शव के पास बैठे हाल में फोटो भी दिखाई। प्रधान ने बताया कि संदेह होने पर युवक के ससुराल के बारे में जानकारी की और उसके ससुर से बात की तो पता चला कि उसकी बेटी जिन्दा है, उसकी तबीयत खराब है, वह मायके में रहकर इलाज करा रही है