Gorakhpur: जिस महिला के साथ रेप हुआ उसके खिलाफ पुलिस कर रही गैंगस्टर की कार्रवाई, आखिर माजरा क्या है?
Gorakhpur News: महिला गोधना देवी और उसके बेटों लोगों को भरोसे में लेकर जालसाजी करते थे। दोनों लोन दिलाने के नाम पर कचहरी ले जाते और ठगी कर लेते थे।
Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक महिला के साथ एक नहीं दो-दो बार रेप हुआ। एक नहीं दो थानों में महिला ने रेप का मुकदमा दर्ज कराया। लेकिन गोरखपुर पुलिस अब इस महिला ही नहीं दोनों पुत्रों के खिलाफ भी गैंगेस्टर की कार्रवाई की तैयारी कर रही है। यह मामला भले ही अजीब लग रहा हो लेकिन शातिर महिला और उसके बेटों की करतूत जानेंगे तो आप भी कहेंगे पुलिस सही ही कर रही है।
दरअसल महिला गोधना देवी और उसके बेटों लोगों को भरोसे में लेकर जालसाजी करते थे। दोनों लोन दिलाने के नाम पर कचहरी ले जाते और ठगी कर लेते थे। महिला को जालसाजी के आरोप में पुलिस जेल भेज चुकी है। महिला जेल से छूट कर आई तो उसने दो के खिलाफ अलग-अलग थानों में कोर्ट के जरिये मुकदमा दर्ज करा दिया। अब तक मां-बेटे का गिरोही पांच लोगों से ठगी कर चुका है। गोधना ने सबसे पहली बार 2016 में ठगी की थी। तब पुलिस ने रुपये हड़पने का केस दर्ज किया। रुपये के लेनदेन का मामला बताकर पुलिस ने कार्रवाई की और गिरफ्तारी नहीं हो सकी। लेकिन जब मामला अब छह महीने पहले सामने आया तो पुलिस ने इस मामले में एसएसपी के आदेश पर न सिर्फ जांच की, बल्कि गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर जेल भेजा।
गोधना ने एक व्यक्ति ने बैंक से लोन दिलाने के नाम पर भी ठगी की है। आरोप है कि गोधना ने कुछ सादे कागज पर महिला का हस्ताक्षर कराया। कुछ समय बीतने के बाद ऋण के बारे में पूछने पर बताया गया कि नहीं हो पाएगा। फिर घर पर नोटिस आया तो पता चला कि शीला के नाम से 20 लाख रुपये का ऋण 2015 में ही लिया चुका है। 2015 से ही केस दर्ज करवाने के लिए वह चक्कर लगाती रही लेकिन आठ साल बाद केस दर्ज किया गया। इसी तरह राजघाट के चकरा अव्वल महेवा चुंगी निवासी मुन्नी पत्नी दीपचंद्र ने संतोष पर दर्ज कराया था। उनका कहना था कि संतोष ने जमीन दिलाने के बहाने दीवानी कचहरी परिसर में स्थित बैंक से पांच लाख का ऋण करा दिया। बाद में नोटिस आने पर जालसाजी की जानकारी हुई। पुलिस ने दर्ज किए गए केस में आरोपियों को जेल भेज दिया। इसके बाद करीब पंद्रह दिन पहले एक पीड़ित पर गोरखनाथ में तो दूसरे पर तिवारीपुर थाने में दुष्कर्म का केस दर्ज करा दिया। इसकी जानकारी होने पर पीड़ितों ने एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर से शिकायत की। इसके बाद ही जांच कर केस को खत्म कर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई है।
मामला खुलने पर करा दिया दुष्कर्म का केस
जमीन दिलाने के बहाने दीवानी कचहरी ले जाने और फिर वहां स्थित आंध्रा बैंक से फर्जी तरीके से ऋण लेकर कर्जदार बनाने का मामला सामने आया था। एसएसपी के निर्देश पर पुलिस ने पूरे मामले की जांच की। पता चला कि हुमांयूपुर उत्तरी निवासी गोधना पत्नी सुभाष चंद्र अपने बेटे संतोष व दुर्गेश के साथ मिलकर जालसाजी की है। इसके पहले ही पुलिस ने चकरा अव्वल निवासी शीला की तहरीर पर केस दर्ज किया था। शीला ने बताया कि वर्ष 2015 में रुपये की जरूरत थी। कुछ लोगों ने बताया कि गोधना ब्याज पर लोगों को रुपया देती है। एक बार ब्याज पर रुपये लेने के बाद वापस कर दी। फिर अगस्त 2015 में मकान बनवाने के लिए रुपये की जरूरत थी। एसएसपी डॉ.गौरव ग्रोवर का कहना है कि जालसाजी के आरोप में जेल जाने के बाद महिला ने कोर्ट के जरिए दो थाने में दुष्कर्म का केस दर्ज कराया। पुलिस ने जांच कर दोनों मामलों में फाइल रिपोर्ट लगा दी है। अब जालसाजी के आरोपियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई है। आरोपियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया है।