गवर्नर राम नाइक ने कहा- आचार संहिता का सख्ती से हो पालन, कड़े कानून बनाने की जरूरत
राज्यपाल ने चुनाव आयोग को सख्त कानून बनाने की नसीहत दी और कहा कि अभी केवल कागजों में चुनाव आदर्श आचार संहिता उल्लंघन दर्ज कर लिया जाता है और चुनाव होने के बाद कोई कार्रवाई नहीं की जाती।
कानपुर: कानपुर आईआईटी में हो रहे ह्यूमन वैल्यूज इन हायर एजुकेशन के छठे अंतरराष्ट्रीय सम्मलेन में मुख्य अतिथि के तौर पर आये उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने अपने अनुभव छात्रों से साझा करने के साथ चुनाव आयोग को नसीहत दी की ऐसा कानून बनाया जाये जिससे अचार संहिता का सख्ती से पालन हो सके इसके लिए कड़े कानून बनाने की जरूरत है।
आचार संहिता
अचार संहिता उल्लंघन के बढ़ते मामलों पर राज्यपाल ने चुनाव आयोग को सख्त कानून बनाने की नसीहत दी और कहा कि अभी केवल कागजों में चुनाव आदर्श आचार संहिता उल्लंघन दर्ज कर लिया जाता है और चुनाव होने के बाद कोई कार्रवाई नहीं की जाती। जबकि चुनाव आयुक्त को आचार संहिता उल्लंघन के मामलों को गंभीरता से लेकर तत्काल सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए और आचार संहिता उल्लंघन के नियम क़ानून में आवश्यक बदलाव होने चाहिए।
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आईआईटी कानपुर में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए महामहिम ने विषय का व्याख्यान करते हुए कहा की मानवीय अधिकारों के लिए जरूरी है कि मनुष्य में आपस में समन्वय हो, हमारे आसपास शांति का माहौल हो, आईआईटी के छात्रों को संस्कृत के कई श्लोको का उदहारण देते हुए कहा कि ऐसे श्लोक संसद भवन के मुख्य द्वार पर भी लिखे हैं जिससे अर्थ निकलता है की सारा विश्व एक परिवार है और यदि हम इस बात को समझ लें तो मानवीयता के लिए अच्छा होगा।
इलाहबाद में हुई छात्र की आत्महत्या मामले पर उन्होंने कहा की ये एक गंभीर मामला है और इसके लिए कानून व्यवस्था सीधे तौर पर जिम्मेदार है।
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