रसूलाबाद: अंतिम विदाई में उमड़ा समूह, बिलखते परिजन व कंधा देते साथी पत्रकार

अचानक बीमारी के चलते उनका आज निधन हो गया जो कि पत्रकारिता के क्षेत्र में एक बहुत बड़ी क्षति है। विकास शर्मा वह शख्सियत थी जिसने कभी भी किसी भी पत्रकारों में छोटा या बड़ा नहीं समझा।

Update:2021-02-05 17:20 IST
रसूलाबाद: अंतिम विदाई में उमड़ा समूह, बिलखते परिजन व कंधा देते साथी पत्रकार (PC: social media)

रसूलाबाद: जनपद के रसूलाबाद तहसील क्षेत्र के अंतर्गत एक छोटे से गांव इटैली में जन्मे विकास शर्मा ने बचपन से ही संघर्ष किया और इस मुकाम तक पहुंचे। समाचार प्लस में एक बेहतरीन रिपोर्टर के तौर पर कार्य किया और वर्तमान में रिपब्लिक भारत न्यूज़ चैनल पर यह भारत की बात है कि रिपोर्टिंग एंकर के रूप में करते थे और बहुत ही बेबाकी और तथ्यों के साथ अपनी बात रखते थे।

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पत्रकारिता के क्षेत्र में एक बहुत बड़ी क्षति है

अचानक बीमारी के चलते उनका आज निधन हो गया जो कि पत्रकारिता के क्षेत्र में एक बहुत बड़ी क्षति है। विकास शर्मा वह शख्सियत थी जिसने कभी भी किसी भी पत्रकारों में छोटा या बड़ा नहीं समझा। अपने से जूनियर रिपोर्टर को हमेशा कुछ न कुछ सिखाते जरूर थे। किसी भी प्रकार का खुद में अहम नहीं था कि वह एक छोटे से गांव से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर पत्रकार है। बहुत ही मिलनसार स्वभाव के व्यक्ति थे।

मुंबई से जब कभी भी अकबरपुर आते थे तो प्रत्येक रिपोर्टर से बहुत ही मुस्कुरा कर बात करते थे और उनके साथ समय व्यतीत करते थे। ऐसा कमोबेश देखने को मिलता है। कुछ भी हो विकास जैसा होना बहुत ही मुश्किल है। भले ही विकास आज इस दुनिया में न रहे हो लेकिन वह हमेशा लोगों के दिलों में राज करेंगे। उनके अंतिम दर्शन को बड़ी संख्या में लोग पहुंचे।

एक आह भरी होगी हमने न सुनी होगी,जाते जाते तुमने आवाज तो दी होगी

रिपब्लिक भारत के सीनियर रिपोर्टर विकास शर्मा का शव जब उनके पैतृक गांव इटैली पहुंचा तो शव देखकर लोग बिलख उठे। अंतिम विदाई में सैकड़ों पत्रकार शामिल हुए।

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हमेशा सम्मान करते थे लोगों का

रसूलाबाद। रिपब्लिक भारत न्यूज के एंकर विकास शर्मा के आकस्मिक मौत के बाद उनके बचपन के साथी पत्रकार रवि गुप्ता ने बताया कि वह सभी का सम्मान करते थे और जमीन से जुड़े थे। कभी उनको सीनियर रिपोर्टर होने का घमंड भी नहीं आया। जब भी गांव आते सभी से स्नेह और प्रेम से बात करते और बैठकर समय व्यतीत करते हैं।

रिपोर्ट- मनोज सिंह

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