Gorakhpur News: गोरखनाथ मंदिर गेट पर चेकिंग में बिहार के व्यापारी के बैग से मिला तमंचा, सीएम को लेकर साजिश या कुछ और?
Gorakhpur News: गोरखपुर का प्रतिष्ठित गोरखनाथ मंदिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निज आवास भी है। सीएम के यहां पहुंचने के चंद घंटे पहले ही बिहार के एक व्यापारी की चेकिंग के दौरान पुलिस को तमंचा मिला। उसके साथ उसका दस साल का बेटा भी था।
Gorakhpur News: गोरखपुर का प्रतिष्ठित गोरखनाथ मंदिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निज आवास भी है। सीएम के यहां पहुंचने के चंद घंटे पहले ही बिहार के एक व्यापारी की चेकिंग के दौरान पुलिस को तमंचा मिला। उसके साथ उसका दस साल का बेटा भी था। तमंचा मिलने के बाद हड़कंप मच गया। पुलिस के साथ खुफिया एजेंसियां भी पूछताछ में जुट गईं हैं। उधर, व्यापारी की दलील है कि तमंचा उसका नहीं है। किसी ने उसके बैग में साजिशन रख दिया है।
गोरखनाथ मंदिर गेट पर शुक्रवार शाम को पुलिस की चेकिंग में बिहार के एक व्यक्ति के पास से तमंचा मिलने से सनसनी फैल गई। बेतिया के व्यापारी का कहना है कि यह तमंचा कहां से आया उसे खुद ही नहीं पता। वह ट्रेन से गोरखपुर आया है ट्रेन में ही किसी ने बैग में इसे रख दिया होगा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक बिहार के पश्चिमी चम्पारण निवासी स्पयेर पार्ट्स का व्यापारी अपने दस साल के बेटे के साथ गोरखपुर में बाजार करने आया था। बकौल व्यापारी वह ट्रेन से गोरखपुर आया और बेटे के कहने पर गोरखनाथ मंदिर दर्शन करने जा रहा था। मंदिर गेट पर चेकिंग के दौरान उसके बैग से पुलिस ने एक तमंचा बरामद किया। उसे यह नहीं समझ में आ रहा था कि यह तमंचा उसके बैग में कहां से आ गया। हालांकि पुलिस कर्मियों ने तमंचा मिलने के बाद अधिकारियों को इसकी सूचना देकर व्यापारी को गोरखनाथ थाने की पुलिस को सौंप दिया।
मुख्यमंत्री के खिलाफ साजिश तो नहीं?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शनिवार को गोरखपुर आने का कार्यक्रम संभावित है। उससे पहले गोरखनाथ मंदिर में तमंचा के साथ जा रहे एक व्यक्ति का पकड़ा जाना महज संयोग है या फिर इसके पीछे एक बड़ी साजिश है, इस सवाल ने हड़कम्प मचा दिया है। खुफिया एजेंसियां इस वजह से भी अलर्ट है कि कहीं मंदिर के अंदर तक तमंचा पहुंचाने का प्रयास तो नहीं था। बच्चे की आड़ में मंदिर में जाने की सोची समझी साजिश तो नहीं थी। व्यापारी से किए जा रहे सवालों और उसके जवाब का सत्यापन कराया जा रहा है।
यूपी से लेकर बिहार तक की पुलिस एलर्ट
व्यापारी का कहना है कि अगर उसका तमंचा होता तो वह उसे लेकर बेटे के साथ मंदिर क्यों आता? उसे आशंका है कि ट्रेन में किसी ने उसके बैग में इसे रख दिया। फिलहाल व्यापारी से पूछताछ के अधार पर गोरखपुर पुलिस ने बिहार के पश्चिमी चम्पारण पुलिस से उसका सत्यापन कराना शुरू कर दिया है। गोरखपुर की एक टीम बेतिया के लिए रवाना हो गई है। वहीं खुफिया एजेंसी भी उसके बारे में जानकारी जुटाने में लगी है।
गोरखनाथ मंदिर में पहले भी हुई है सुरक्षा कर्मियों पर हमला
गोरखनाथ मंदिर और मंदिर के महंत योगी आदित्यनाथ पहले से निशाने पर रहे हैं। यही वजह है कि यहां की सुरक्षा पहले से ही रही है लेकिन योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से उनकी सुरक्षा को और पुख्ता की गई है। हालांकि एक साल पहले जब मंदिर परिसर में घुसकर मुर्तजा अब्बासी ने पुलिस कर्मियों पर हमला किया था उसके बाद इसे और ज्यादा बढ़ा दी गई थी। यही वजह है कि मंदिर परिसर में घुसने वाले प्रत्येक व्यक्ति की अब चेकिंग की जाती है और इसी चेकिंग का ही नतीजा रहा है कि शुक्रवार को एक व्यक्ति तमंचे के साथ पकड़ लिया गया है।