Hamirpur News: वीभत्स! शव को नोचते घसीटते रहे कुत्ते, ट्रेन से कटकर अधेड़ ने की थी आत्महत्या
Hamirpur News: कई घण्टे शव क्षत-विक्षत हालत में पटरी के किनारे पड़ा रहा। जिसे कुत्ते नोंचते घसीटते रहे।;
Hamirpur News a man suicide on kanpur banda railway track Three hours the dogs kept dragging
Hamirpur News: कानपुर बांदा रेलवे ट्रैक पर करोडन नाला के पास एक अधेड़ ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। अधेड़ की अभी तक शिनाख्त नहीं हो सकी है। करीब साढ़े तीन घण्टे बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी भिजवाया। कई घण्टे शव क्षत-विक्षत हालत में पटरी के किनारे पड़ा रहा। जिसे कुत्ते नोंचते घसीटते रहे।
मंगलवार को सुबह कानपुर से मानिकपुर जाने वाली मेमू ट्रेन के सामने कूदकर एक अधेड़ ने आत्महत्या कर ली। वहां से गुजरने वाले लोगों ने शव को देखकर गेटमैन को सूचना दी। गेटमैन मौके पर शव देखने के बाद स्टेशन मास्टर को सूचना दी। स्टेशन मास्टर ने स्थानीय पुलिस को सूचित कर आवश्यक कार्यवाही के लिए पत्राचार किया है। वहीं घटना के करीब तीन घण्टे बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी भिजवाया। कई घण्टे बाद पुलिस के पहुंचने पर रेलवे ट्रैक पर पड़े क्षत-विक्षत शव को कुत्ते नोचते घसीटते रहे। मौके पर मौजूद लोगों ने शव की शिनाख्त नहीं कर सके हैं। थानाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार यादव ने बताया कि शिनाख्त लायक कोई अभिलेख मृतक के शव से बरामद नहीं हुए है। शव को मोर्चरी में रखवाया गया है।
Hamirpur News: दबंग बंदर ने रोक दिया हाईवे पर यातायात,
भरुआ सुमेरपुर थाने में रहकर दिनभर धमाचौकड़ी मचाने वाले एक बंदर ने थाने के सामने दोपहर में नेशनल हाईवे जाम कर दिया बेखौफ होकर यह बंदर हाईवे में बीचो-बीच आधा घंटा से ज्यादा देर तक बैठा रहा। लोगों ने भागने की कोशिश भी की परंतु यह टस से मस नहीं हुआ। बाद में यह आराम से टहलता हुआ थाने में जा घुसा। इसके जाने के बाद हाईवे में यातायात सुचारू रूप से चालू हुआ।
थाना परिसर में बंदरों का एक बड़ा समूह रहता है। थाने के पीछे फल एवं सब्जी मंडी में यह दिन भर धमाचौकड़ी मचाते हैं। मंगलवार को दोपहर करीब 12:30 बजे एक भारी-भरकम बंदर थाने से बाहर आया और हाईवे में बीचो-बीच बैठ गया। बंदर के बीच हाइवे में बैठे होने के कारण करीब आधा घंटा यातायात ठप रहा। स्थानीय दुकानदारों के अलावा राहगीरों ने इसको भगाने की कोशिश की परंतु यह टस से मस नहीं हुआ। आधे घंटे बाद यह आराम से टहलता हुआ थाने के अंदर चला गया। इसके बाद हाईवे में थमे वाहनों के चक्के घूम सकें। बंदर का यह कारनामा लोगों के मध्य चर्चा का विषय बना रहा।