Hapur News: आयुक्त ने तहसील दस्तावेजों को जांचा, कुछ दस्तावेज किए सील, क्षेत्रीय विधायक ने मुख्यमंत्री से की थी शिकायत

Hapur News: जांच टीम ने चार घंटे तक दस्तावेजों की जांच की। उन्होंने कई महत्वपूर्ण फाइलों को सील कर दिया और महत्वपूर्ण कागजात को अपने साथ ले गए।

Report :  Avnish Pal
Update: 2024-08-09 18:05 GMT

आयुक्त ने तहसील दस्तावेजों को जांचा, कुछ दस्तावेज किए सील: Photo- Newstrack

Hapur News: यूपी के जनपद हापुड़ मे शुक्रवार को अपर मंडलायुक्त जसजीत कौर के नेतृत्व में धौलाना तहसील के भ्रष्टाचार की जांच को तीन सदस्यीय जांच दल तहसील कार्यालय पर पहुंचा। इस दौरान तहसील में हड़कंप मच गया। जांच टीम ने चार घंटे तक दस्तावेजों की जांच की। उन्होंने कई महत्वपूर्ण फाइलों को सील कर दिया और महत्वपूर्ण कागजात को अपने साथ ले गए।

अधिवक्ता ने लगाये थे भ्रष्टाचार के आरोप

वरिष्ठ अधिवक्ता राहुल गहलौत ने धौलाना तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायत अधिकारियों से की थी। उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों के कई साक्ष्य भी शिकायत के साथ अधिकारियों को दिए थे। उसके बावजूद स्थानीय अधिकारियों ने उसको गंभीरता से नहीं लिया। जिला उद्योग अधिकारी ने भी डीएम से तहसील में भ्रष्टाचार की शिकायत की थी। वहीं दिल्ली के एक कारेाबारी ने भी तहसील प्रशासन पर बेवजह परेशान करने के आरोप लगाए थे। इसको लेकर डीएम ने एसडीएम धौलाना की जांच को टीम का गठन किया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।

विधायक नें सीएम के समक्ष की थीं शिकायत

इसी दौरान धौलाना के भाजपा विधायक धर्मेश तोमर ने इस मामले को मुख्यमंत्री के सामने उठाया। उन्होंने अधिवक्ता राहुल गहलौत द्वारा की गई शिकायतों को 11 बिंदुओं के आधार पर शासन के समक्ष रखा। वहीं विधायक ने मांग की थी कि इसकी जांच जिले से बाहर के अधिकारियों या मंडल के अधिकारियों से कराई जाए। जिसके चलते शुक्रवार को मेरठ मंडलायुक्त कार्यालय से जांच टीम धौलाना पहुंची।विधायक धर्मेश तोमर ने उप जिलाधिकारी समेत पूरे तहसील प्रशासन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम नंदपुर में निरस्त पट्टों को संक्रमणीय करने, ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण की अनुमति लिए बिना हजारों बीघे भूमि को अकृषक करने, स्टे आर्डर होने के बावजूद भूमि को अकृषक घोषित करने, आबादी के लिए भूमि घोषित करने के दौरान नियम कानून का पालन न करने, ग्राम देहरा में स्टे आर्डर के बावजूद ग्राम समाज की भूमि पर कब्जा करवाने , तहसील के मालिकान राजिस्टर में निजी व्यक्तियों से एंट्री करवाने, ग्राम देहरा में सह खातेदारों की अनुमति लिए बगैर ही कृषि भूमि के कुर्रे निर्धारित कर देने, मनमाने तरीके से खतौनी के दुरस्तिकरण करने, ग्राम धौलाना में सरकारी आवास के लिए आवंटित भूमि को ऊसर में दर्ज करने और अनुसूचित जाति के व्यक्ति की भूमि को अकृषक घोषित करते हुए उसे सामान्य जाति के व्यक्ति को बैनामा करने आदि के आरोप लगाए थे।

आरोपों की जाँच के लिए पहुंची थीं टीम

आरोपों की जांच के लिए शुक्रवार को अपर मंडलायुक्त जसजीत कौर और अमित कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी संदीप कुमार दस्तावेजों की जांच करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जांच से संबंधित दस्तावेजों को सील करने के निर्देश दिए। जांच अधिकारी अपर मंडलायुक्त अमित कुमार सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश पर जांच की जा रही है और जल्द ही इसे प्रेषित कर दिया जाएगा।

कई पर गिर सकती है गाज

विभागीय सूत्रों का कहना है कि एसडीएम धौलाना और उनके कार्यालय के कर्मचारियों के खिलाफ लोगों के पास काफी साक्ष्य है। लोगों ने अपने साक्ष्य जांच टीम को सोंप दिए हैं। वहीं साक्ष्यों की पुष्टि तहसील के रिकार्ड से भी हो रही है। ऐसे में मामला बेहद गंभीर है। इस मामले में कई अधिकारियों-कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है।

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