हेलो, तुम्हारा बेटा रेप केस में...’ फिर साइबर फ्रॉड ने ठग लिए 50 हजार रूपये
Hapur News: पीड़ित किसान सुंदर त्यागी ने बताया कि वह गांव खिलवाई का निवासी हैं।उन्होंने तहरीर में उल्लेख करते हुए कहा कि उनका बेटा जनपद रुड़की (हरिद्वार)में नौकरी करता हैं।
Hapur News: हेलो, तुम्हारा बेटा युवती के साथ रेप के बाद हत्या के मामले में पकड़ा गया है। उसको थाने में रखे हुए हैं। मैं थाने से एसआई बात कर रहा हूं। अगर बेटे को बचाना है तो तुमको रुपए भेजने होंगे।’ इस तरह का कॉल करके साइबर फ्रॉड गिरोह के शातिरों ने गढ़मुक्तेश्वर थाना क्षेत्र के गांव खिलवाई के एक किसान कों अपने जाल में फंसा लिया। बेटा को आरोप मुक्त करके थाने से छोड़ने के नाम पर उनसे 50 हजार रुपए उड़ा लिये। घटना को लेकर पीड़ित किसान ने गढ़मुक्तेश्वर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें अज्ञात साइबर अपराधियों को आरोपी बनाया गया है।
पीड़ित किसान ने दी थाने में तहरीर
पीड़ित किसान सुंदर त्यागी ने बताया कि वह गांव खिलवाई का निवासी हैं।उन्होंने तहरीर में उल्लेख करते हुए कहा कि उनका बेटा जनपद रुड़की (हरिद्वार)में नौकरी करता हैं। उनके पास 30 सितंबर कों शाम के समय के अज्ञात मोबाइल नंबर से कॉल आई। फोन रिसीव करते ही उधर से कहा कि वो पुलिस वाला बोल रहा है, तुम्हारा बेटा चार लड़कों के साथ युवती के साथ रेप के बाद हत्या के केस में पकड़ा गया है। बेटे को केस से बचाने के लिए कॉलर ने 50 हजार रुपए देने की मांग की। पिता बेटे को बचाने के नाम पर साइबर अपराधियों के जाल में फंस गया। उसने बिना कुछ सोचे समझे पुलिस कर्मी के बताये खाते में पचास हजार रूपये डलवा दिए। जिसके कुछ देर बाद ही बेटे का फोन आया और पिता ने पूछा कि बेटा तू ठीक तो हैं। तो उसने बताया कि वह ठीक हैं उसके साथ कोई घटना घटित नहीं हुई हैं।
साइबर फ्रॉड की कारस्तानी सुन पुलिस भी हैरान
इस सबंध में थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है। साइबर सेल की मदद से इसकी जांच कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। दिए गए आवदेन में किसान ने कहा है कि 30 सितंबर की शाम उनके मोबाइल पर एक अंजान से कॉल आई। उधर से कॉल करने वाले ने खुद को पुलिसवाला बताया। उसने कहा कि उनका बेटा चार लड़कों के साथ दुष्कर्म केस में पकड़ा गया है।उसे छोड़ने के बदले रुपए देने होंगे। इतना सुनते ही नर्वस हुए पिता ने साइबर फ्रॉड के बताए गए खाते में 50 हजार रूपये की नकदी भेज दी। रुपए भेजने के बाद उनके पुत्र से जब फोन पर बात हुई तो ठगी का पता चला। साइबर क्राइम थाने की मदद से जल्द खुलासा किया जाएगा।