स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही: नसबंदी के बाद भी दिया बच्ची को जन्म, DM से शिकायत
ब्लाक बावन के ग्राम औहदपुर निवासी नूरजहां पत्नी शमीम ने डीएम को दिए शिकायती पत्र में बताया है कि उसने जिला महिला अस्पताल में 4 जनवरी 2019 को नसबंदी कराई थी।
हरदोई: जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। एक महिला ने जिला महिला अस्पताल में एक वर्ष पूर्व नसबंदी कराई। लेकिन उसके बाद भी उसे बच्चा हो गया। पीड़िता ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपकर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है। सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि सीएमओ को जांच करवाने के लिए कहा गया हैं।
एक साल पहले कराई थी नसबंदी
ब्लाक बावन के ग्राम औहदपुर निवासी नूरजहां पत्नी शमीम ने डीएम को दिए शिकायती पत्र में बताया है कि उसने जिला महिला अस्पताल में 4 जनवरी 2019 को नसबंदी कराई थी। लेकिन उसके बाद भी उसको छटा बच्चा हो गया। पीड़िता ने दोषी स्वास्थ्य कर्मियों पर कार्यवाही की मांग की है। अब पूरे मामले में जांच और जांच के बाद कार्यवाई की बात ही कही जा रही है।
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लेकिन जिस तरह से बड़ी लापरवाही सामने आई है उसमें कार्यवाई क्या होगी यह सवाल खड़ा हो गया है। पीड़िता के पति शमीम ने बताया कि उसके 5 बच्चे थे और आगे बच्चे नहीं हों इसलिए उसने पत्नी नूरजहां की नसबंदी जिला महिला अस्पताल में कराई थी। उसने बताया कि डॉ अशोक प्रियदर्शी ने उसकी पत्नी की नसबंदी की थी। लेकिन इसके बाद भी पिछले माह 3 जुलाई को उसकी पत्नी को बावन सीएचसी में पुत्री के रूप में छटी संतान हो गयी।
पीड़िता ने डीएम को लिखा पत्र
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शमीम ने बताया कि उसके पास ना ही खेत है और ना ही पक्का मकान। वह झोपड़ी में रहकर किसी तरह जीवन यापन करता है। ऐसे में वह छह बच्चों की परवरिश कैसे कर पाएगा। हालांकि शमीम ने बच्चे न होने के लिए नसबंदी कराई थी। लेकिन उसे क्या पता था कि डॉक्टर की लापरवाही से उसे एक और संतान की प्राप्ति होगी।
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अभी जब वह पांच बच्चों का पोषण करने में परेशान है ऐसे में एक और बच्चा उसके लिए परेशानी बन गया है। हालांकि इस सम्बंध में सिटी मजिस्ट्रेट जंगबहादुर यादव ने बताया कि पीड़िता का शिकायती पत्र सीएमओ को भेजकर जांच करवाने को कहा गया है। जांच के आधार पर कार्यवाही की जाएगी।
रिपोर्ट- मनोज तिवारी