Moradabad News: स्वास्थ्य विभाग ने सील किए दो अस्पताल, नवजात की हुई थी मौत
Moradabad News: जिले में एक झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से नवजात शिशु की मौत के मामले को लेकर स्वास्थ्य महकमा हरकत में आ गया है।
Moradabad News: पाकबड़ा में एक झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से नवजात शिशु की मौत के मामले को लेकर स्वास्थ्य महकमा हरकत में आ गया है। पाकबड़ा पहुंचे उप चिकित्साधिकारी ने दो अस्पतालों को सील करते हुए चेतावनी दी कि अगर कोई मानकों की अनदेखी करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सोमवार को जैसे ही स्वास्थ्य विभाग की टीम पाकबड़ा पहुंची, वैसे ही अस्पताल संचालक अपना अस्पताल छोड़ रफूचक्कर हो गए।
दो अस्पतालों को सील कर दिया गया
निरीक्षण के दौरान उप-चिकित्साधिकारी द्वारा अस्पताल में भर्ती मरीजों को एंबुलेंस से जिला अस्पताल भिजवाया गया और मानकों की अनदेखी के चलते दो अस्पतालों को सील कर दिया गया। इसके अलावा मुकदमा पंजीकृत करने के लिए थाने में तहरीर दे दी गई है। कस्बे में झोलाछापों की लापरवाही से सप्ताह भर में दो लोगों की जान चली गई थी। जिसको लेकर सोशल मीडिया पर काफी कुछ डाला गया था।
शनिवार की रात को पाकबड़ा में बड़ा मंदिर पर सेक्टर पांच के पास महिला झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पर एक प्रसूता का सामान्य प्रसव कराया जा रहा था, जिसमें गर्भ में ही नवजात की मौत हो गई थी, जबकि प्रसूता की जान काफी देर तक खतरे में पड़ी रही थी। उसके बाद महिला चिकित्सक के द्वारा हाथ खड़ा कर दिया गया। तब परिजन प्रसूता को लेकर पास में ही दूसरे झोलाछाप के पास ऑपरेशन कराने के लिए पहुंचे, वहां उसका ऑपरेशन तो कर दिया गया लेकिन बच्चा मृत पैदा होने पर परिजन सदमे में आ गये थे।
बताया जा रहा कि उस महिला के नौ साल बाद बच्चा पैदा हुआ था, लेकिन झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से नवजात शिशु की जान चली गई। उसके बाद प्रसूता की भी हालत गंभीर हो गई थी। लेकिन परिजनों द्वारा कोई भी तहरीर थाने पर नहीं दी गई थी। इसके सप्ताह भर पहले भी एक महिला को सामान्य प्रसव कराने के चक्कर में झोलाछाप डॉक्टर के पास महिला की जान चली गई थी, लेकिन कोई तहरीर थाने में नहीं दी गई थी।
बच्चे की मौत के बाद झोलाछाप डॉक्टर फरार
सोमवार को उप चिकित्साधिकारी संजीव बेलवाल ने अपनी टीम के साथ महिला चिकित्सक सविता के यहां छापा मार दिया। छापे के दौरान सभी लोग वहां से फरार हो गए। दूसरे अस्पताल में छापे की सूचना से पहले ही अस्पताल का बोर्ड उतार दिया गया था एवं संचालक एवं झोलाछाप डॉक्टर वहां से फरार हो चुके थे। छापे के दौरान अस्पताल में रचना पत्नी रवि कुमार, नजरुल पत्नी चिरागउद्दीन कस्बा पाकबड़ा, टीनम पत्नी सोमवीर निवासी मंगूपुरा भर्ती मिले थे। सभी को उप चिकित्साधिकारी संजीव बेलवाल ने एंबुलेंस द्वारा जिला अस्पताल भिजवा दिया। उसके बाद अस्पताल को सील कर दिया गया। संजीव बेलवाल ने बताया कि अभियान लगातार इसी तरह से जारी रहेगा। लोगों को भी जागरूक होना।