UP News: बारिश ने यूपी में बरपाया कहर, 19 की मौत, 72 घंटे का अलर्ट जारी
UP News: मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए पूर्वानुमान के मुताबिक प्रदेश के लोगों को अभी बारिश के कहर से राहत मिलती हुई नहीं दिखाई दे रही है। मौसम विभाग ने अगले 72 घंटे के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है।
UP News: उत्तर प्रदेश के ज्यादातर जिलों में बीते तीन दिनों से बारिश हो रही है, जिसकी वजह से लोगों को चिपचिपी गर्मी से राहत मिली है और मौसम सुहाना हो गया है। लेकिन, इस दौरान मूसलाधार बारिश ने उत्तर प्रदेश में कहर बरपाया है। आंकड़ों के मुताबिक भारी बारिश की वजह से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में 19 लोगों की मौत हो गई है। प्रदेश में इन दिनों नदी-नाले उफान पर चल रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज मंगलवार को कैबिनेट बैठक बुलाई है। इस मीटिंग में अन्य मुद्दों के साथ बारिश के कारण बिगड़े हालातों पर भी चर्चा की जा सकती है।
72 घंटे का अलर्ट जारी
बता दें कि मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए पूर्वानुमान के मुताबिक प्रदेश के लोगों को अभी बारिश के कहर से राहत मिलती हुई नहीं दिखाई दे रही है। मौसम विभाग ने अगले 72 घंटे के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसे देखते हुए प्रदेश के कई जिलों में स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। मौसम विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक मौसम में आज भी कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। हालांकि तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बारिश की वजह से मची तबाही को देखते हुए सभी अलर्ट वाले जनपदों में प्रशासनिक अधिकारियों को समय रहते जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। मौसम विभाग ने विभाग ने उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 14 सितंबर तक भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। प्रदेश में पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा बारिश बाराबंकी जिले में हुई है। बारिश की वजह से बाराबंकी में बिजली सप्लाई पूरी तरह ठप हो गई है, जिसके विद्युत विभाग की ओर से दुरुस्त किया जा रहा है।
इन जिलों में जारी किया गया बारिश का अलर्ट
प्रदेश में मौसम विभाग ने अभी राजधानी लखनऊ, उन्नाव, हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, बलरामपुर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, कन्नौज, कानपुर, इटावा औरेया में भारी बारिश का अलर्ट जारी है। पिछले दो दिनों से हुई मूसलाधार बारिश के जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सोमवार को लखनऊ में कई कॉलोनियों में पानी घरों के अंदर तक पहुंच गया और सड़कें भी तालाब की तरह दिखाई दे रही थीं।