मां-बच्चे को हुआ AIDS तो ससुरालवालों ने भी किया पराया, गांव छोड़कर जाने का बना रहे दबाव

सुख में सुमिरन सब करे ..दुःख में करे न कोई ...कबीर के इस दोहे में एक बहुत ही बड़ा सच छुपा हुआ है। इसका सटीक उदहारण है जिले के सरधना क्षेत्र में रहने वाली एक महिला जिसको उसके अपने ही लोगों ने पल भर में पराया कर दिया। उसकी गलती सिर्फ इतनी थी कि वो एड्स जैसी लाइलाज बिमारी का शिकार हो गई थी।

Update:2017-04-01 10:35 IST

मेरठ: सुख के सब साथी होते हैं, लेकिन मुसीबत पड़ते ही अपने भी साथ छोड़ देते हैं। बुजुर्गों की इस कहावत का सटीक उदहारण है जिले के सरधना क्षेत्र में रहने वाली एक महिला जिसको उसके अपनों ने ही पल भर में पराया कर दिया। उसकी गलती सिर्फ इतनी है कि वो एड्स जैसी लाइलाज बीमारी का शिकार हो गई है।

क्या है पूरा मामला?

-हरियाणा के भिवानी क्षेत्र के एक गांव निवासी फौजी की बेटी की शादी 12 मार्च 2012 को सरधना के एक गांव में हुई थी।

-पति ट्रक ड्राइवर था, जो शादी के कुछ दिनों बाद से ही लगातार बीमार रहने लगा था।

-पत्नी के बार-बार कहने पर भी वह लंबे समय तक अस्पताल जाने और इलाज कराने से कतराता रहा।

-मगर लगातार 6 महीने तक बीमार रहने पर पत्नी ने उस पर दबाव डाल कर इलाज शुरू कराया।

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जांच में HIV पॉजिटिव

-पत्नी के जोर जबर्दस्ती करने पर जब उसकी जांच हुई तो पता चला कि वो एचआईवी पॉजिटिव है।

-इसके बाद जब महिला और उसके बच्चों की जांच हुई तो वो सभी एड्स का शिकार पाए गए।

-अब पति मौत से जूझ रहा है और पत्नी घर परिवार के उत्पीड़न से।

-उसके आसपास के लोग और यहां तक कि उसके ससुराल वालों ने भी उसका साथ छोड़ दिया है।

-ससुराल वाले अब महिला पर गांव छोडने का दबाव बना रहे हैं ।

पुलिस तक पहुंचा मामला

-महिला ने अपनी मां और बहन के साथ कोतवाली में अपने उत्पीड़न और भेदभाव की तहरीर दी है।

-पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।

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