IFS पर IAS की टिप्पणी ने पकड़ा तूल, एसोसिएशन ने शासन से की शिकायत
आईएफएस एसोसिएशन ने इस पर कड़ा रूख अख्तियार किया। एसोसिएशन ने उपाम के महानिदेशक को पत्र लिखकर इस पर कड़ी आपत्ति जताई और हेमंत से लिखित माफीनामा लेने और वक्ता के तौर पर उपाम में आने पर रोक लगाने की मांग की है। आईएफएस अधिकारी ईवा शर्मा ने उप्र शासन को भी शिकायती पत्र भेजा है।
लखनऊ: इंडियन फॉरेस्ट सर्विसेज (आईएफएस) अधिकारियों पर इंडियन ऐडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज (आईएएस) अधिकारी हेमंत कुमार की टिप्पणी ने तूल पकड़ लिया है। हेमंत ने राजधानी लखनऊ के अलीगंज स्थित उत्तर प्रदेश प्रशासन एवम् प्रबंधन अकादमी (उपाम) में प्रशिक्षण के दौरान आईएफएस अधिकारियों पर नीचा सोचने की बात कही थी। आईएफएस एसोसिएशन ने इस टिप्पणी को लेकर शासन को पत्र लिखा है।
क्या है मामला
-उप्र प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी में अखिल भारतीय सेवा के अफसरों के प्रशिक्षण में आईएएस और आईएफएस अधिकारी शामिल थे।
-प्रशिक्षण के दौरान 31 अगस्त को दोपहर 12 से 1.15 बजे के सत्र में 2008 बैच के आईएएस हेमंत कुमार भाषण दे रहे थे।
-अपने भाषण के दौरान हेमंत कुमार ने आईएफएस अधिकारियों की तुलना जूनियर इंजीनियरों से की।
-आरोपों के अनुसार हेमंत ने कहा कि आईएफएस अधिकारी जेई की तरह नीचा सोचते हैं।
शासन से शिकायत
-वर्ष 2013 बैच की आईएफएस अधिकारी दीक्षा भंडारी की शिकायत पर आईएफएस एसोसिएशन ने इस पर कड़ा रूख अख्तियार किया।
-एसोसिएशन ने उपाम के महानिदेशक को पत्र लिखकर इस पर कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि आईएएस, आईपीएस और आईएफएस अधिकारी एक ही श्रेणी में आते हैं।
-एसोसिएशन ने हेमंत से लिखित माफीनामा लेने और वक्ता के तौर पर उपाम में आने पर रोक लगाने की मांग की है।
-आईएफएस अधिकारी ईवा शर्मा ने उप्र शासन को भी शिकायती पत्र भेजा है।
आईएएस एसोसिएशन का पक्ष
-आईएएस एसोसिएशन के सचिव आशीष कुमार गोयल का कहना है कि सभी अधिकारियों की अपनी प्रतिष्ठा है।
-गोयल ने कहा कि शासन के अंतर्गत सभी अफसरों का अपना रोल है और सभी अधिकारियों का सम्मान किया जाना चाहिए।
(फोटो साभार: विकिमैपिया.ऑर्ग)