बाराबंकी में भारत बन्द की रूप रेखा तय, बन्द करें नही तो लाठी खाएँगे

बाराबंकी में आज तमाम किसान संगठनों के नेताओ ने बैठक कर 8 दिसम्बर को होने वाले भारत बन्द की रूप रेखा तय की । इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि देश का अन्नदाता एक दिन बन्द की बात कर रहा है

Update: 2020-12-07 12:54 GMT
बाराबंकी में भारत बन्द की रूप रेखा तय, बन्द करें नही तो लाठी खाएँगे (PC: social media)

बाराबंकी: दिल्ली में किसानों के जमावड़े पर केन्द्र सरकार की नींद हराम हो गयी है और बार-बार वार्ता हो रही है मगर नतीजा कुछ निकल नही रहा ऐसे में किसानों के सब्र का बाँध अब टूटता दिखाई दे रहा है और वह 8 दिसम्बर को सम्पूर्ण भारत बन्द का एलान कर चुका है। आज किसान संगठनों ने बैठक करके बन्द की रूपरेखा तैयार की और धमकी भरे अन्दाज में कहा कि जो बन्द का समर्थन नही करेंगे वह लाठी खाकर करेंगे। किसान नेताओ ने कहा कि कल सभी सरकारी, अर्धसरकारी, गैर सरकारी संस्थान बन्द कराये जाएंगे।

ये भी पढ़ें:कानपुर देहात: सीडीओ ने सुनी किसानों की समस्याएं, निस्तारण हेतु दिया आश्वासन

barabanki-matter (PC: social media)

देश का अन्नदाता एक दिन बन्द की बात कर रहा है और सभी को इसका समर्थन करना चाहिए

Full View

बाराबंकी में आज तमाम किसान संगठनों के नेताओ ने बैठक कर 8 दिसम्बर को होने वाले भारत बन्द की रूप रेखा तय की । इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि देश का अन्नदाता एक दिन बन्द की बात कर रहा है और सभी को इसका समर्थन करना चाहिए । जो लोग किसान का उत्पाद खाते हैं वह स्वयं अपने संस्थान / प्रतिष्ठान बन्द रखें और जो नही मानेंगे वह लाठी खाकर बन्द करवाये जाएंगे ।

ये भी पढ़ें:कांप उठी पत्नियां: शव के पास चलता रहा मोबाइल गेम, फिर ससुराल में आया फोन

barabanki-matter (PC: social media)

बैठक के बाद भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के प्रान्तीय प्रभारी आशू चौधरी ने बताया कि कल सभी सरकारी गैर सरकारी और अर्धसरकारी प्रतिष्ठान बन्द करवाएं जाएंगे और एक दिन किसान अपनी ताकत दिखा कर सरकार को किसान बिल वापस लेने का दबाव बनाएगा । स्कूल , कालेज से भी निवेदन है कि वह कल भारत बन्द में सहयोग करें ।

रिपोर्ट- सरफराज वारसी

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News