IT Raid in Lucknow: लखनऊ में जारी है आयकर विभाग की ताबड़तोड़ कार्रवाई, अमरावती बिल्डर के करीबियों के यहां पड़े छापे

IT Raid in Lucknow: रविवार रात को विभाग की एक टीम ने गोमतीनगर बेतवा अपार्टमेंट स्थित बिल्डर के करीबी हरीश मिश्रा के यहां छापेमारी की। मिश्रा भी एक कारोबारी हैं।

Update:2023-06-26 13:49 IST
it raid (photo: social media )

IT Raid in Lucknow: उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से आयकर विभाग काफी एक्टिव है। राजधानी लखनऊ से लेकर प्रदेश के तमाम बड़े शहरों में आईटी डिपार्टमेंट की विभिन्न टीम कारोबारियों के ठिकाने पर रेड मार रही हैं। इनकम टैक्स के रडार पर इन दिनों लखनऊ स्थित अमरावती बिल्डर है। रविवार रात को विभाग की एक टीम ने गोमतीनगर बेतवा अपार्टमेंट स्थित बिल्डर के करीबी हरीश मिश्रा के यहां छापेमारी की। मिश्रा भी एक कारोबारी हैं।

दरअसल, आयकर विभाग को अब तक की छापेमारी में 65 करोड़ रूपये के जमीन के सौदे के बारे में पता चला है। इस सौदे का कोई भी दस्तावेज बिल्डर के पास नहीं है। इसकी खरीदारी रजनीकांत मिश्रा नामक कारोबारी से की गई थी। इसलिए टीम ने उनके ठिकानों पर भी छानबीन की है। कारोबारी हरीश मिश्रा के बारे में बताया जा रहा है कि वे अमरावती और पिंटेल समूह द्वारा खरीदी गई कई जमीनों की सेल डीड में आथोराइज सिगनेटरी थे। यही वजह है कि आयकर विभाग के रडार पर वे भी आ गए हैं।

राजनेताओं के काले पैसे को सफेद करने का आरोप

अमरावती, पिंटेल और एक्सेला समूह जैसी कंपनियों के खिलाफ आयकर विभाग की कार्रवाई 7 जून से चल रही है। इन समूहों के बारे में विभाग को काफी समय से शिकायतें प्राप्त हो रही थीं। जिसके बाद इन कंपनियों के कई ठिकानों पर रेड डाली गई। लगभग तीन दिन तक चली जांच में टीम को कई अहम दस्तावेज प्राप्त हुए थे। जिससे यह पता चला कि इन कंपनियों के यहां बड़े सियासी घरानों के पैसे लगे हुए हैं। इनमें यूपी से लेकर महाराष्ट्र तक के प्रभावशाली राजनीतिक परिवार शामिल हैं।

हालांकि, आयकर विभाग द्वारा इन दिनों तक कार्रवाई करने के बाद भी उन परिवारों के बारे में कोई भी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। विभाग के अधिकारियों ने सूत्रों को बताया कि हवाला के जरिए इन कंपनियों में पैसा लगाया जाता था। फिर उसे काले पैसे को सफेद करने के लिए रियल एस्टेट में खपाया जाता था। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट लखनऊ के अलावा वाराणसी, जौनपुर, दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे कई शहरों में मौजूद इन कंपनियों के 50 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी कर चुका है।

इनकम टैक्स को यहां से भारी मात्रा में कैश के अलावा बेनामी संपत्ति के दस्तावेज और शैल कंपनियों के बारे में जानकारी हाथ लगी है। बताया जा रहा है कि काले पैसे को सफेद करने के इस गोरखधंधे में कई प्रभावशाली लोग शामिल हैं। जिनका नाम सामने आने पर सियासी बवंडर उठ सकता है। लिहाजा विभाग के अधिकारियों को किसी तरह की जानकारी जांच पूरी होने तक लीक न करने की सख्त हिदायत दी गई है।

बड़े ज्वेलर्स भी हैं रडार पर

यूपी में इन दिनों आयकर विभाग की सक्रियता लगातार खबरों में है। बिल्डर से लेकर गुटखा कंपनियां इसके जद में आ चुकी हैं। इसके अलावा अब प्रदेश के दिग्गज ज्वेलर्स भी एजेंसी के रडार पर हैं। गुरूवार को कानपुर में सर्राफा कारोबारियों पर अचानक पड़े छापे के बाद हड़कंप मच गया था। टीम ने कानपुर के अलावा लखनऊ और नोएडा के ज्वेलर्स के यहां भी रेड मारी थी।

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