DM ने मेडिकल कॉलेज का किया औचक निरीक्षण, अधिकारियों को लगाई फटकार
डीएम जालौन ने मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण किया और मरीजों को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा भी लिया।
जालौन: यूपी के जालौन में कोरोना ने अपने पैर तेजी से पसारने शुरू कर दिए हैं जिसके चलते जिले में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है जिसे देखते हुए डीएम ने आज राजकीय मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण किया और ऑक्सीजन प्लांट जल्द शुरू होने की बात कही।
बता दें कि जालौन में कोरोना के कहर के चलते बीते तीन दिनों में 20 से ज्यादा मौते हो चुकी है। इस बात जिला प्रशासन परेशान नज़र आ रहा है जिसकों लेकर आज डीएम जालौन ने मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण किया और मरीजों को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा भी लिया। इस दौरान उन्होंने कंट्रोल रूम के शुरू न होने पर सवाल उठाएं और कंट्रोल रूम में डॉक्टर्स कर्मचारियों की नामौजूदगी को लेकर मेडिकल सीएमएस से जवाब भी मांगा।
मरीजों से की फोन पर बात
इसके बाद उन्होंने हर वार्ड के मरीजों को सीसीटीवी के माध्यम से देखा औऱ सफाई व्यवस्था का रियलिटी चेक करने के लिए डीएम ने खुद अपने नंबर से वार्ड में भर्ती मरीजो से फोन पर बातचीत की। जिसमें मरीजों ने साफ-सफाई को लेकर डीएम से अपनी नाराजगी जताई। इस बात पर डीएम ने सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए मेडिकल प्रशासन को फटकार लगाई। इसके उपरांत राजकीय मेडिकल कालेज में शासन द्वारा स्वीकृत ऑक्सीजन प्लांट के निर्माण कार्य का जायजा लिया और शीघ्र अतिशीघ्र इसे पूरा करने के निर्देश भी दिए। लगभग 15 से 25 दिनों में आक्सीजन प्लांट की शुरुआत होने की संभावना जताई जा रहीं हैं।
परामर्श के लिए डॉक्टर्स का पैनल
वही डीएम प्रियंका निरंजन ने बताया कि कोविड की संख्या बढ़ रहीं है जिसे देखते हुए परामर्श को लेकर डॉक्टर्स का पैनल बनाया गया है। मेडिकल में स्वास्थ्य सेवा ठीक है और सफाई को लेकर कुछ शिकायतें थीं जिन्हें जल्द दूर करने के निर्देश दे दिए गए हैं। शासन द्वारा स्वीकृत ऑक्सीजन प्लांट 25 दिनों में प्लांट शुरू हो जाएगा।
डीएम ने बताया कि जिले में मौतों की संख्या बढ़ रहीं इसको लेकर हम लोगों के बीच में जागरूकता फैला रहें हैं। लोग अपनी जांच कराए। होम आइसोलेशन के मरीज के लिए निर्धारित मेडिकल स्टोर से दवाई ले सकते है और इसके बाद भी कोई समस्या है तो डॉक्टर्स से परामर्श ले सकते हैं। हर गांव में टीमें बनाकर जांच की जाएंगी जो भी व्यक्ति पॉजिटिव आएगा उसका उपचार कराया जाएगा। जिले में पांच कंट्रोल रूम बनाए गए हैं जिनकी लोग जरूरत के अनुसार सहायता ले सकते हैं।