Jalaun News: 12 केंद्रों पर होगा एक जून से वैक्सीनेशन, पढ़ें जिले की बड़ी खबरें
Jalaun News: जालौन में 18 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों के वैक्सीनेशन के लिए कुल 12 केंद्र बनाए गए हैं।
Jalaun News: कोरोना महामारी से बचाव के लिए देश भर में वैक्सीनेशन का दौर लगातार जारी है। जालौन में एक जून से 18 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों का वैक्सीनेशन शुरू किया जा रहा है। इसको लेकर जालौन में तैयारियों को अंतिम रूप देखने के लिए जालौन की जिलाधिकारी ने वैक्सीनेशन केंद्र पर पहुंचकर तैयारी को लेकर अधीनस्थ को दिशा निर्देश देते हुए तैयारियों का जायजा लिया।
बता दें कि जालौन में 18 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों के वैक्सीनेशन के लिए कुल 12 केंद्र बनाए गए हैं। इसके अलावा जिला मुख्यालय उरई के टाउन हॉल में मेगा वैक्सीनेशन केंद्र बनाया गया है। जिसका जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बताया कि 18 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों के लिए टाउन हॉल परिसर में मेगा कैंप लगाया जा रहा है। जिसमें पांच केंद्र बनाए गए हैं। जिनमें मीडिया कर्मियों, राजनेताओं, युवाओं व वरिष्ठ लोगों के लिए अलग-अलग वैक्सीनेशन की व्यवस्था की गई है। साथ ही इस मेगा कैम्प में कोविड टेस्टिंग की वही सुविधा मौजूद रहेगी।
इसके अलावा वैक्सीनेशन को लेकर सीएमओ डॉ ऊषा सिंह ने बताया कि वैक्सीनेशन के लिए सबसे पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। जिसके बाद चयनित किये गए केंद्र पर पहुंचकर लोग अपना वैक्सीनेशन करवा सकते हैं। वहीं जिला प्रशासन 100% जिले में वैक्सीनेशन कराने का लक्ष्य लेकर तीसरी लहर से निपटने के लिए भी तैयारी में जुटा हुआ है जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने सभी लोगों से अपील की है कि वह 1 जून से शुरू की जा रही वैक्सीनेशन महा अभियान में भाग लेकर ज्यादा से ज्यादा कोरोना की वैक्सीन केंद्रों पर पहुंचकर लगवाएं और दूसरों को भी जागरूक करें।
जिले को मिली आधुनिक उपकरणों से लैस फायर टेंडर मशीन
जिले में आगजनी की घटनाओं को काबू करने के लिए पुलिस अधीक्षक डॉ यशवीर सिंह के प्रयास से फायर विभाग जालौन को आधुनिक उपकरणों से लैस फायर टेंडर मशीन उपलब्ध कराई गई है। इस फायर टेंडर मशीन में आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। इस टेंडर वेहिकल की क्षमता 2500 लीटर पानी की है जो 2 मंजिल तक आसानी से आग बुझा कर रेस्क्यू करने में सक्षम है।
बता दें जालौन में आये दिन आग लगने की घटनाओं में काबू पाने के लिए दमकल विभाग को कड़ी मेहनत करनी पड़ती थी, क्योंकि आधुनिक संसाधन ना होने की वजह से आग पर काबू नहीं पाया जा पाता था। अधिक पानी ना होने की वजह से एवं कुएं और तालाब से पानी की व्यवस्था करने में काफी टाइम लग जाता था जिसकी वजह से खेतों जंगलों में एवं मकानों में लगने वाली आग से संपत्ति जलकर खाक हो जाती थी।
पुलिस अधीक्षक डॉ यशवीर सिंह ने बताया जिले में गर्मियों के मौसम में आगजनी की घटनाएं बढ़ जाती है और अगर ऊंचाई पर आग लग जाती थी तो उस पर काबू पाने के लिए दमकल विभाग को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, जिसकी वजह से जिले मे आधुनिक मशीन की ज़रूरत महसूस होते हुए मुख्यालय फायर विभाग को डिमांड भेजी गई।
इसमें मॉडल तकनीक से बनी हुई 2500 हज़ार लीटर पानी की टंकी वाला वहान फायर टेंडर मशीन जिले को मिला है जिसका विधि विधान से पूजा पाठ करते हुए दमकल बेड़े में शामिल किया गया। जिले में अब सात फायर टेंडर मशीन उपलब्ध है साथ ही एक छोटी मैक्स फायर मशीन भी उपलब्ध कराई गई है आने वाले समय में ऐसी तहसीलों पर बने फायर स्टेशनों पर भी धीरे-धीरे फायर विभाग क्षमता को बढ़ाया जा रहा है।