Sanatan Dharm: 310 लोगों ने स्वीकार किया सनातन धर्म, ईसाई धर्मा छोड़ बन गये हिन्दू
Jaunpur News: कार्यक्रम में 36 परिवार के 310 लोग एवं हिंदू धर्म में रहते हुए पांच परिवार नट जो मुस्लिम परम्पराओ को मानते थे उन्होंने भी घर वापसी कार्यक्रम में हिन्दू धर्म के प्रति अपनी आस्था प्रकट करते हुए घर वापसी किया।
Jaunpur News: जनपद मुख्यालय के दक्षिणान्चल स्थित बरसठी क्षेत्र में रविवार को ग्राम देवी देवता पूजन समिति सरसरा के तत्वावधान में (बरसठी ब्लॉक) रेलवे स्टेशन के पास, संत रविदास धर्म रक्षा समिति सरसरा के संयोजन में सनातन धर्म में घर वापसी का कार्यक्रम कराया गया। ग्राम सरसरा के 30 परिवार जो विगत 10 वर्षों से ईसाई पादरी राजेंद्र चौहान के प्रभाव में आकर सनातन धर्म और रीति-रिवाज छोड़ चुके थे आज वैदिक रीति रिवाज से हिन्दू धर्म में पुनः अपना आस्था एवं विश्वास प्रकट करते हुए आत्मसात कर घर वापसी किया है।
बाइबिल सौप सनातम धर्म किया स्वीकार
कार्यक्रम के प्रारम्भ में यज्ञ हवन का आयोजन किया गया। परियोजना प्रमुख मत्नेश जायसवाल एवं अमन गिरी प्रधान पुजारी (त्रिलोचन महादेव) दियावा महादेव के पुजारी पंकज दुबे एवं सूरज मिश्रा और करुणाकर आश्रम भानपुर के महंत करुणाकर के नेतृत्व में हवन कार्यक्रम दोपहर 1:00 बजे से शुरू हुआ जो 3 घंटे तक चला। इसमें 500 लोगों ने हवन पूजन में भाग लिया।खंड संघ चालक बरसठी (पूर्व प्रांत संयोजक धर्म जागरण विभाग - काशी प्रांत) रमापति शास्त्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि सनातन धर्म ही विश्व में शांति स्थापित कर सकता है। आज अपने भूले बिछड़े भाइयो को पुनः सनातन धर्म में आते देख मन प्रसन्न हो रहा है। वापसी करने वाले परिवारों ने क्षेत्र के जाति बिरादरी प्रमुख जगदीश के समक्ष बाइबिल क्रॉस सौप कर पुनः सनातन धर्म स्वीकार किया।
310 लोगों ने अपनाया सनातन धर्म
विश्व हिंदू परिषद मड़ियांहु के अध्यक्ष विनोद जायसवाल ने गंगाजल एवं हनुमान चालीसा देकर सनातन धर्म के महत्व को बताया। काशी के पुजारी सोमनाथ ने कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम में 36 परिवार के 310 लोग एवं हिंदू धर्म में रहते हुए पांच परिवार नट जो मुस्लिम परम्पराओ को मानते थे उन्होंने भी घर वापसी कार्यक्रम में हिन्दू धर्म के प्रति अपनी आस्था प्रकट करते हुए घर वापसी किया। मुस्लिम धर्म में आस्था रखने वाले जग्गन, जुगनू, रामप्रसाद, ओमप्रकाश इत्यादि के परिवार ने हिंदू धर्म को पुनः अंगीकार किया।
इन लोगों ने स्वीकार किया सनातन धर्म
घर वापसी करने वाले प्रमुख परिवारों में सुरेंद्र सरोज, महेंद्र सरोज, धर्मेंद्र सरोज, पिंटू सरोज, इंदु देवी, रिंकू सरोज, रेखा सरोज, पवन सरोज, किशन सरोज, लालू सरोज, खूबराजी देवी, अनीता देवी, मनोज सरोज, सुनीता देवी, प्रमोद सरोज, सुरेश सरोज, पूनम सरोज, अजय सरोज, शिवानी सरोज, रमेश सरोज, तारा देवी, रामदेव सरोज, हीरावती देवी, विजय बहादुर सरोज, लालती देवी, शिवांशी, शिव शंकर सरोज, राजपति सरोज, दिनेश सरोज, तारा सरोज, सुभाष सरोज, रामपति सरोज, उर्मिला देवी, रोहित सरोज, रामसेवक, चंद्रावती देवी, मनीष, अनीश, मिट्ठू, कमला देवी, हीरालाल, शेर बहादुर, सुनील, अनिल, पूजा देवी, कृपा शंकर, सोनू, बांकेलाल, सुषमा, विपिन, संजू देवी, मुकेश, सुशीला देवी, नन्हे सरोज, संतोष सरोज, गुंजा देवी, विनोद सरोज इत्यादि लोग शामिल रहे। शुद्धिकरण कार्यक्रम महंत ओमप्रकाश ने किया। कार्यक्रम के अंत में सभी को रक्षा सूत्र बांधकर प्रसाद का वितरण किया गया। कार्यक्रम का आयोजन अभिषेक बिन्द, शिवांश सिंह, संतोष सेठ बब्लू सिंह भानपुर ने किया।