Jhansi News: छह माह तक डीजल की कम खपत से 5.10 करोड़ की बचत, झाँसी मंडल के राजस्व में बढ़ोत्तरी

Jhansi News: डल द्वारा माह वर्तमान वित्तीय वर्ष 2023-24 में अप्रैल से सितम्बर तक डीजल की कम खपत से रु. 05.10 करोड़ के राजस्व की बचत की जा चुकी है।

Report :  B.K Kushwaha
Update:2023-10-24 15:29 IST

जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह (न्यूजट्रैक)

Jhansi News: रेल मंडल झाँसी ने छह माह में केवल डीज़ल की खपत पर नियंत्रण करके पाँच करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि बताने का नायाब करिश्मा कर दिखाया है। विभिन्न माध्यमों व तकनीकी के उपयोग से न केवल राजस्व की बचत हो रही है बल्कि प्रत्यक्ष या प्रोक्यूरेशन से कार्बन उत्सर्जन को भी कम करने में रेल मंडल ने कामयाबी पाई है।इसी के साथ अब खुले बाजार से बिजली खरीद से खुली स्पर्धा के चलते कम दरों पर बिजली उपलब्ध हो सकी है । झाँसीं मंडल रेल प्रबंधक के पद पर दीपक कुमार सिन्हा है। नतीजतन इस उपलब्धि का श्रेय उनके खाते में जाना लाज़िमी है।

डीज़ल की खपत में यह बचत वर्तमान वित्तीय वर्ष 2023-24 में अप्रैल से सितम्बर के बीच हुई है।वहीँ वर्तमान वित्तीय वर्ष 2023-24 में सितम्बर माह में हाई स्पीड डीजल खपत में कमी से रु. 75.72 लाख रूपये के रेल राजस्व की बचत की गयी है। माह सितम्बर 23 में 570 किलोलीटर हाई स्पीड डीजल का उपयोग हुआ जबकि सितम्बर 2022 में इसी अवधि के दौरान 1106 किलोलीटर डीजल का उपयोग हुआ था | इस प्रकार सितम्बर माह में पिछले वर्ष की तुलना डीजल खपत में रिकॉर्ड 48.48 प्रतिशत की कमी हुई है। यह बचत डीजल के स्थान पर बिजली के अधिकतम उपयोग से संभव हो सकी है । डीजल की खपत में आई कमीं के साथ ही तकनीक का उपयोग एवं उचित प्रबंधन से डीजल इस्तेमाल में कमी आई है । डीजल की खपत में कमी के चलते कार्बन उत्सर्जन में भी गिरावट आती है, जो कि पर्यावरण को हरित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है तथा ग्लोबल वार्मिंग की रोकथाम हेतु सहायक है।


वहीँ झाँसी मंडल द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में अगस्त माह में मध्य प्रदेश क्षेत्र से रु. 64.42 लाख की बिजली व्यय में राजस्व बचत की गयी है । मध्य प्रदेश क्षेत्र से चालू वित्तीय वर्ष में अप्रैल से अगस्त तक रू. 3.94 करोड़ के राजस्व की बचत की जा चुकी है। उक्त बचत खुले बाजार से बिजली खरीद से संभव हुई है । पूर्व में मंडल द्वारा बिजली चुनिन्दा माध्यम से ही ली जाती थी, जिसके फलस्वरूप हमें उनकी तय की गयी दरों के अनुसार ही भुगतान करतना पड़ता था, परन्तु अब खुले बाजार से बिजली खरीद से खुली स्पर्धा के चलते कम दरों में बिजली उपलब्ध हो सकी है । मध्य प्रदेश क्षेत्र के (10 Traction Sub Stations) दतिया, हेतमपुर, ग्वालियर, भिंड, हरपालपुर, निवाड़ी, मालनपुर , ईशानगर, सांक एवं बसई सब स्टेशन के माध्यम से उक्त राजस्व की बचत की गयी है ।

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