Jhansi News: हेड ऑफ़ डेलिगेशन युगांडा ने वर्षा जल संरक्षण के लिए निर्मित हवेली संरचना को सराहा

Jhansi News: भ्रमण के दौरान युगांडा के प्रतिनिधिमंडल ने इक्रीसैट के वैज्ञानिकों एवं उपस्थित ग्रामीणों से हवेली संरचना की जानकारी लेते हुए युगांडा में ऐसे प्रोजेक्ट शुरू करने की बात कही।

Report :  Gaurav kushwaha
Update:2024-10-10 22:59 IST

हेड ऑफ़ डेलिगेशन युगांडा ने वर्षा जल संरक्षण के लिए निर्मित हवेली संरचना को सराहा: Photo- Newstrack

Jhansi News: अफ्रीकी देश युगांडा से कुमुमन्या बेन, परमानेंट सेक्रेट्री, मिनिस्ट्री ऑफ लोकल गवर्नमेंट हेड ऑफ डेलीगेशन ने सात अन्य सदस्यों के साथ इक्रीसेट द्वारा उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के टहरौली तहसील के 40 गाँवों के लगभग 28000 हेक्टेयर क्षेत्रफल में परिचालित परियोजना जो कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वित्तपोषित है, का अवलोकन किया।

जनपद भ्रमण पर आए युगांडा के पर्मानेंट सेक्रेटरी मिनिस्ट्री ऑफ़ लोकल गवर्नमेंट, हेड ऑफ डेलीगेशन एंव अन्य सदस्यों का राज्य मंत्री हरगोबिन्द कुशवाहा, डॉ. रमेश सिंह, हेड इक्रीसैट डवलपमेंट सेंटर, डॉ. एम एल जाट, डॉक्टर आर के उत्तम, आशीष उपाध्याय, पुष्पेन्द्र सिंह बुंदेला सहित अन्य किसानों ने पुष्प गुच्छ भेंटकर स्वागत किया। मौके पर डा हर गोविंद कुशवाहा ने योजना अंतर्गत किए जा रहे कार्यों से ग्रामीणों को हो रहे लाभ के विषय में जानकारी दी।


हवेली संरचना का अवलोकन किया गया

भ्रमण की शुरुआत ग्राम भड़ोखर में वर्षा जल संरक्षण के लिए निर्मित हवेली संरचना का अवलोकन किया गया। भ्रमण के दौरान डॉ एम एल जाट, ग्लोबल रिसर्च प्रोग्राम डायरेक्टर एवं परियोजना प्रमुख डॉ रमेश सिंह, विभागाध्यक्ष एवं प्रधान वैज्ञानिक इक्रीसेट, हैदराबाद ने परियोजना के अंतर्गत किये गए कार्यों के विषय में विस्तार से बताया।


डॉ. रमेश सिंह ने बताया कि इस परियोजना में अब तक कुल 12 हवेली संरचना, 5 सामुदायिक तालाब का जीर्णोद्धार एवं निर्माण किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त लगभग 50 किमी से अधिक लम्बे नाले का गहरी एवं चौड़ीकरण किया गया है एवं जल संरक्षण के लिए लगभग 100 नाला बंध भी बनाये गए हैं। इसके अतिरिक्त वर्षा जल संरक्षण के लिए लगभग 2850 हेक्टेयर क्षेत्रफल में किसानों के खेत पर मेड़बंदी के साथ-साथ अतिरिक्त जल निकासी के लिए सरप्लस संरचनाओं का निर्माण कार्य भी किया गया है।


भ्रमण के दौरान ग्राम भड़ोखर में निर्मित हवेली संरचना के निरीक्षण के दौरान राज्य मंत्री/अधिकारियों ने युगांडा से आए अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को बताया कि बुंदेलखंड सूखा प्रभावित रहा है और यहां की महिलाओं को पानी की समस्या बनी रहती है। इक्रीसैट परियोजना बुन्देलखंड से सूखे का प्रभाव कम हो गया है। युगांडा के प्रतिनिधिमंडल ने इक्रीसैट के वैज्ञानिकों एवं उपस्थित ग्रामीणों से हवेली संरचना की जानकारी लेते हुए युगांडा में ऐसे प्रोजेक्ट शुरू करने की बात कही।

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